शकुंतला गर्ग सहित 11 शिक्षक बर्खास्त, बाद में प्रिसिपल ने रोते हुए कहा..आपको सब मिलेगा, अंदर चलिये
जागरण संवाददाता पानीपत सेक्टर 12 स्थित एसडी विद्या मंदिर स्कूल के बाहर धरनारत शिक्षकों पर
जागरण संवाददाता, पानीपत: सेक्टर 12 स्थित एसडी विद्या मंदिर स्कूल के बाहर धरनारत शिक्षकों पर प्रबंधन समिति ने कार्रवाई शुरू कर दी है। पार्षद और स्कूल की शिक्षिका शकुंतला गर्ग सहित 11 शिक्षकों के घर बर्खास्तगी का पत्र भेज दिया। हालांकि किसी भी शिक्षक ने इसे रिसीव नहीं किया। इस बीच स्कूल की प्रिसिपल सबिता चौधरी सभी शिक्षकों को मनाने के लिए उनके बीच पहुंचीं। अपनी बात कहते-कहते उनका गला भर आया। रोते हुए उन्होंने कहा, आपको सब मिलेगा। आप मेरे साथ अंदर चलिए। इस तरह अब स्कूल का मजाक न उड़ाइये। शिक्षक इस बात पर अड़े रहे कि उन्हें लिखित में आश्वासन दें, तभी अंदर जाएंगे। प्रबंध समिति ने सभी शिक्षकों को नोटिस दिया था कि आठ फरवरी तक स्कूल में नहीं आए तो उनकी नौकरी जा सकती है। सोमवार को भी शिक्षक धरने से नहीं उठे। सुबह ही 11 शिक्षकों के घर टर्मिनेशन पत्र पहुंचा दिया गया।कुछ महिला शिक्षकों ने धरनारत शिक्षकों का साथ छोड़ अंदर जाने का फैसला कर लिया। यही महिला शिक्षक थोड़ी देर बाद बाहर आईं और कहा कि प्रिसिपल मैडम आपसे बात करेंगी। आप अंदर चलिये। इस पर धरनारत शिक्षकों ने इन शिक्षकों को खरी-खरी सुनाई। कहा कि हम एकसाथ बैठे थे। आप अकेले ही अंदर चले गए। आपकी किसी बात का विश्वास नहीं करेंगे। इतने में ही प्रिसिपल सबिता चौधरी बाहर आईं। पढि़ए, यह कहा प्रिसिपल ने..और यह हुआ
प्रिसिपल सबिता चौधरी : मैं ज्यादा कुछ नहीं बोलूंगी। आप मेरा परिवार हैं। पहले भी थे। अब भी हैं। प्लीज उठकर अंदर चलिये। (गला भर आया, रोते हुए), आपकी जो भी डिमांड हैं। सैलरी को लेकर। आपको सब मिलेगा। मेरी बात हो गई है। अथारिटी हूं। उन्होंने मुझे अथारिटी दी है बोलने के लिए। प्लीज। अपने स्कूल का इतना मजाक मत उड़ाइये। ये मेरा स्कूल है। ऐसा मत करिये। मैं आप लोगों को प्रोमिस कर रही हूं। आपकी सैलरी, एरियर मिलेगा। बतौर प्रिसिपल मुझे पावर है बोलने की। यहां मीडिया खड़ा है। सब कुछ मिलेगा आपको। इस तरह मुझे मत भेजिये। प्लीज चलिये। प्लीज चलिये।
शिक्षक अतुल : मैडम। आपका सम्मान पहले भी था। अब भी है। रहेगा भी। अगर किसी ने गलत कहा है तो उसके लिए सॉरी है।
प्रिसिपल : किसी को सॉरी कहने की जरूरत नहीं है। मेरा परिवार है। रूठ गया है। उसको मनाने आई हूं। चलिये अंदर।
अतुल : लेकिन मैडम। मांगें तो हम क्या कहेंगे, ये रिक्वेस्ट है। एक बार हमें लिखकर दे दीजिये। हम तो जाने के लिए तैयार बैठे हैं। हम यहां बैठकर खुश नहीं हैं। हम बहुत दुखी हैं अंदर से। हम अपनी ओर से बहुत फ्लेक्सीबल हैं। हम सिर झुकाकर, हाथ जोड़कर आपसे बात कर रहे हैं।
प्रिसिपल : मैं पूछकर लिखकर देने को तैयार हूं (शिक्षकों ने तालियां बजाईं) । लेकिन मैं तब लिखकर दूंगी, आप पहले अंदर चलिये। आपका स्कूल है। मीडिया साथ चलेगा। अंदर बैठकर बात करेंगे।
अतुल : आप पांच मिनट में लिखकर दे दीजिए। हम अंदर आ जाएंगे। हाथ जोड़कर रिक्वेस्ट कर रहे हैं।
..और सबिता चौधरी अंदर चली गईं। भाजपा नेता सलूजा मनाने पहुंचे
भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष गजेंद्र सलूजा दोपहर को स्कूल के बाहर पहुंचे। दरअसल, एक दिन पहले ही शिक्षकों ने सांसद संजय भाटिया से मुलाकात की थी। तब सलूजा वहीं मौजूद थे। सलूजा के प्रबंध समिति के सदस्यों से अच्छे संबंध हैँ। सलूजा ने जागरण को बताया कि उन्होंने शिक्षकों से बात की है। उनकी मांगों के बारे में नोट किया है। मंगलवार को प्रबंध समिति के चेयरमैन सतीश चंद्रा से बात करेंगे। उन्हें उम्मीद है कि इस विवाद का हल हो जाएगा। इनको किया बर्खास्त
शकुंतला गर्ग, हरदीप, संजय अरोड़ा, राजेंद्र, राजकुमार सेठी, सतेंद्रपाल विर्क, धर्मवीर, दीपक, कमल, सतबीर, अतुल।