Education News: अब पहली कक्षा से बच्चे पढ़ेंगे अंग्रेजी का पाठ, कुरुक्षेत्र में शिक्षकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
Education News एपीसी सतबीर कौशिक ने बताया कि जिलेभर के 44 जीएमएसपीएस स्कूलों के 132 शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर अंग्रेजी माध्यम में कौशल प्रदान की विशेष ट्रेनिंग देंगे। इसको लेकर जिला स्तर पर बैठक कर ट्रेनिंग का स्थान दिन और समय निश्चित किया जाएगा।
कुरुक्षेत्र(अनुज शर्मा)। राजकीय विद्यालयों में अब छठीं से नहीं, बल्कि पहली कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थी अंग्रेजी माध्यम में सक्षम बनेंगे। इसको लेकर विद्यालय शिक्षा निदेशालय राजकीय माडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालयों (जीएमएसपीएस) में कार्यरत अध्यापकों को अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाने का कौशल प्रदान करेंगा। जिससे पहली कक्षा के ही विद्यार्थियों को अंग्रेजी लिखने और बोलने का अभ्यास कराया जाएगा। जिला कुरुक्षेत्र में 44 राजकीय माडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालय शामिल है।
1418 पाठशालाओं को राजकीय माडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालयों में तबदील किया गया
समग्र शिक्षा से सहायक परियोजना समन्वयक एपीसी सतबीर कौशिक ने बताया कि विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने पिछले सत्र में प्रदेशभर की राजकीय प्राथमिक पाठशालाओं में से चयनित 1418 पाठशालाओं को राजकीय माडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालयों में तब्दील किया गया था। जिनमें पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अन्य स्कूलों से अतिरिक्त सुविधाएं जैसे स्मार्ट क्लास रूम, डिजिटल बोर्ड, स्मार्ट किट, इंटरनेट कैंपस सहित अन्य सुविधाएं दिए जाने का प्रावधान है। इन सभी सुविधाओं को उपयोग कर इन विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अंग्रेजी में सक्षम बनाना और प्रगति के नए क्षेत्र में कदम रखना है।
मास्टर ट्रेनर देंगे अध्यापकों को प्रशिक्षण
एपीसी सतबीर कौशिक ने बताया कि जिलेभर के 44 जीएमएसपीएस स्कूलों के 132 शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर अंग्रेजी माध्यम में कौशल प्रदान की विशेष ट्रेनिंग देंगे। इसको लेकर जिला स्तर पर बैठक कर ट्रेनिंग का स्थान, दिन और समय निश्चित किया जाएगा।
खंड अनुसार प्राइमरी माडल स्कूल व शिक्षकों पर एक नजर
खंड स्कूल शिक्षक
बाबैन 06 18
लाडवा 04 12
पिहोवा 10 30
शाहाबाद 05 15
थानेसर 19 57
कुल 44 132
अध्यापकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
कुरुक्षेत्र के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सतनाम सिंह भट्टी ने बताया कि विद्यालय शिक्षा निदेशालय की ओर से प्रदेशभर के राजकीय माडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापकों को अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाने का कौशल प्रदान किया जाएगा। जिससे प्राइमरी स्कूलों में ही विद्यार्थी अंग्रेजी माध्यम से सशक्त हो जाएंगे। जिससे उन्हें बड़ी कक्षाओं में अंग्रेजी विषय में कोई परेशानी नहीं होगी।