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कोरोना काल में मोर्चे पर डटे डाक्टर

अस्पताल में कई जगह सैनिटाइजर मशीन लगी। वहीं इसी अंतराल में सिविल अस्पताल को कुछ ऐसी सौगातें भी मिली जिनका आगामी वर्षो में काफी लाभ मिलने वाला है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 31 Dec 2020 07:24 AM (IST)Updated: Thu, 31 Dec 2020 07:24 AM (IST)
कोरोना काल में मोर्चे पर डटे डाक्टर
कोरोना काल में मोर्चे पर डटे डाक्टर

जागरण संवाददाता, पानीपत : समाज के लिए कोरोना महामारी 2020 का सबसे बड़ा खतरा बनकर आई। चिकित्सा-स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े चिकित्सकों, नर्सिग स्टाफ, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए भी यह बीमारी नई चुनौती बनी। इन सभी स्वयं को बचाते हुए कोरोना संक्रमितों का जीवन बचाना था। अस्पताल में कई जगह सैनिटाइजर मशीन लगी। वहीं इसी अंतराल में सिविल अस्पताल को कुछ ऐसी सौगातें भी मिली, जिनका आगामी वर्षो में काफी लाभ मिलने वाला है।

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कोविड एचडीयू बनी

सितंबर माह में जिले में कोरोना केस पानीपत ही नहीं अपितु प्रदेश में चरम पर थे। स्थिति यह हो गई थी कि अस्पतालों में बेड कम पड़ने लगे थे। सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से रेफर मरीजों को भी बेड नहीं मिलता था। अस्पताल प्रशासन ने सेंट्रल एसी सिस्टम चालू कराया। दो बेड की वेंटिलेटर सहित कोविड एचडीयू (हाई डिपेंडेंसी यूनिट) तैयार की। सेक्टर-12 वासी एक बुजुर्ग मरीज सबसे पहले भर्ती हुए। कोविड लैब के प्रभारी डा. श्यामलाल महाजन, उनकी पत्नी भी एचडीयू में रहे। अब तक 50 से अधिक मरीज यहां से स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।

कोविड लैब खुली

सिविल अस्पताल के प्रथम तल पर आणविक प्रयोगशाला (कोविड लैब) अगस्त के पहले सप्ताह में बनकर तैयार हुई। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने लैब का ऑनलाइन उद्घाटन किया। अब तक इस लैब में 57 हजार से अधिक स्वाब सैंपल की टेस्टिंग हो चुकी है। इसी के साथ डेंगू के आशंकित मरीजों का एलाइजा टेस्ट करने के लिए रीडर मशीन भी मिली।

1992 बेड का किया था इंतजाम

केंद्र का नाम बेड संख्या

एनसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल 590

ब्वॉयज हॉस्टल एनसी इंजी. कॉलेज 200

पाइट, समालखा 114

डीपीसी, समालखा 100

एपिट, पानीपत 100

हास्टल गीता कालेज नौल्था 100

गीता ला कॉलेज, करहंस 88

सब डिविजनल अस्पताल समालखा 72

प्रेम इंस्टीट््यूट ऑफ नर्सिग 50

एनएसटीआइ, पानीपत 50

प्रेम हॉस्पिटल 26

ईएसआइ अस्पताल 48

सिविल अस्पताल 60

सीएचसी खोतपुरा 20

सत करतार गेस्ट हाउस 16

पार्क अस्पताल 28

आयुष्मान भव अस्पताल 12

सिग्नेस महाराजा हॉस्पिटल 08

राधा स्वामी सत्संग भवन 100

एग्रो मॉल 100

राम शरणम् आश्रम 100 इतना करना पड़ा था इंतजाम

1992 आइसोलेशन बेड-526 बेड पर ऑक्सीजन सुविधा

32 बेड आइसीयू में-29 पर वेंटिलेटर सुविधा यह भी जानें

पहला स्वाब सैंपल : 26 जनवरी 2020 को मॉडल टाउन वासी 30 वर्षीय व्यापारी का लिया, रिपोर्ट नेगेटिव थी।

पहला कोरोना पॉजिटिव : मॉडल टाउन निवासी छात्र इंग्लैंड से लौटा। 19 मार्च 2020 को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।

पहली मौत : छह मई 2020 को दीनानाथ कालोनी वासी 24 साल के दीपक की हुई थी।

पहली महिला संक्रमित : नौल्था वासी राइस मिल मजदूर मंजू रानी 23 मार्च को पॉजिटिव मिली। सात दिनों में कोरोना को हराया। दो बार हुआ सीरो सर्वे

कितने फीसद आबादी के शरीर में हर्ड इम्युनिटी बनी, इसके लिए दो बार सीरो सर्वे कराया गया। पहले सर्वे में 886 लोगों के ब्लड सैंपल लिए थे, रिपोर्ट चार सितंबर को जारी हुई। पानीपत की 7.4 फीसद आबादी में हर्ड इम्युनिटी बन चुकी थी। दूसरे सर्वे में 728 के सैंपल लिए। तब तक 23 फीसद के शरीर में हर्ड इम्युनिटी बनी चुकी थी।

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हर व्यक्ति घर से बाहर निकलने से पहले मास्क पहने। सार्वजनिक स्थानों पर दो गज की दूरी बनाए रखें। हाथों को सैनिटाइज करते रहें। बीमारी को छिपाएं नहीं, बल्कि स्वाब सैंपल देकर जांच कराएं तो कोरोना को आसानी से मात दे सकते हैं।

डा. संतलाल वर्मा, सिविल सर्जन


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