सिविल अस्पताल की ओपीडी में नहीं डॉक्टर, निराश लौट गए मरीज
पानीपत सिविल अस्पताल में चिकित्सकों की कमी मरीजों का दर्द और बढ़ा रही है। 42 डॉक्टरों की पोस्ट स्वीकृत हैं, लेकिन ओपीडी में 10-12 ही दिखते हैं। इनमें से भी कोई छ़ुट्टी कर ले तो मरीजों को बिना इलाज ही लौटना पड़ता है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : सिविल अस्पताल में चिकित्सकों की कमी मरीजों का दर्द और बढ़ा रही है। 42 डॉक्टरों की पोस्ट स्वीकृत हैं, लेकिन ओपीडी में 10-12 ही दिखते हैं। इनमें से भी कोई छ़ुट्टी कर ले तो मरीजों को बिना इलाज ही लौटना पड़ता है। घायल इमरजेंसी के बाहर तड़पते हैं। गर्भवती महिलाओं का रूटीन चेकअप नहीं हो पाता।
माह का दूसरा सोमवार, सुबह करीब 10:30 बजे। अन्य दिनों की तुलना में रजिस्ट्रेशन ¨वडो और दवा ¨वडो के बाहर मरीजों की कतार लगी हुई थी। इसी दौरान एक मरीज ने गार्ड को दवा की पर्ची थमाई। उसने पिछले दरवाजे से अंदर घुसकर दो मिनट में दवा लाकर पकड़ा दी। यह नजारा देख लाइन में खड़े मरीज हो-हल्ला करने लगे। दूसरे गार्ड ने उन्हें शांत किया। दवा ओपीडी के बाहर पहले की भांति डबल लाइन लगी दिखी। इसके ठीक सामने बाल रोग ओपीडी के बाहर भीड़ कम थी। पता चला कि डॉ. एकता की ड्यूटी थी, वे ऑपरेशन थियेटर गई हुई हैं। इंतजार कर मरीज निराश लौट गए हैं। हड्डी रोग ओपीडी पर विगत दिनों की भांति ताला लटका हुआ था। घायल और मरीज दर्द से कराहते हुए वापस लौटते रहे। पोस्टमार्टम कक्ष में भी गर्भवती महिलाओं का चेकअप करने वाला कोई नहीं था। सिविल अस्पताल में डॉक्टर मिलने की उम्मीद : डॉ. आलोक जैन
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इस बाबत सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आलोक जैन ने बताया कि डॉक्टरों की कमी है, इसलिए मरीजों को दिक्कतें सहनी पड़ रही हैं। इस वित्तीय वर्ष में कुछ डॉक्टर मिलने की उम्मीद है। फोटो संग कोट
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सुबह आठ बजे पुत्र कार्तिक को अस्पताल लाया था। लाइन में लगकर रजिस्ट्रेशन कराया। इसके बाद बाल रोग ओपीडी की लाइन में लगा। दोनों जगह दो घंटे लाइन में खड़े रहने के बाद दो टूक जवाब मिला की डॉ. एकता ऑपरेशन थियेटर में हैं, पता नहीं कितनी देर में आएंगी।
सतेंद्र, मस्ताना चौक फोटो 15
रात्रि पहर में चोट लग गई थी, इमरजेंसी वार्ड में दाखिल रहा। सुबह करीब 10 बजे खानपुर के लिए रेफर तो कर दिया लेकिन स्लिप नहीं दी है। दर्द से चिल्लाने के बावजूद किसी ने सुध नहीं ली है।
गुलफाम, गढ़ी बेसिक फोटो 16
शरीर में कई जगह गुम चोट लग गई है। दर्द बहुत ज्यादा है। एक्स-रे कराना था लेकिन हड्डी रोग के डॉक्टर नहीं आए हैं। अब मजबूरी में किसी प्राइवेट डॉक्टर को दिखाना पड़ेगा।
गुलशन, सतकरतार नगर