Diwali Puja Muhurat 2020: दीपावली आज, जानें कब है लक्ष्मी पूजन के लिए शुभ मुहूर्त
Diwali Puja Muhurat 2020 इस बार दीपावली पर विशेष संयोग बन रहा है। गुरु व शनि ग्रह अपनी स्वराशि में स्थित हैं। दीपावली पर माता लक्ष्मी विष्णु भगवान व गणेश पूजन विशेष फलदायी माना जाता है। आइए जानते हैं कब है शुभ मुहूर्त।
जेएनएन, कुरुक्षेत्र। कोरोना संक्रमण के निराशा भरे दौर के बाद जीवन में उत्सव और उल्लास भरने वाला दीपोत्सव यानी दीपावली का त्योहार आ ही गया। इस बार यह पर्व 499 वर्ष के बाद दुर्लभ संयोग लेकर आया है। आज गुरु ग्रह अपनी राशि धनु व शनि अपनी स्वराशि मकर में रहेंगे। इससे पूर्व यह विशेष संयोग 1521 में बना था। माना जाता है कि ऐसे संयोग में पूजा करना विशेष फलदायी होता है।
कुरुक्षेत्र के ज्योतिर्विद डा. रामराज कौशिक का कहना है कि आज सूर्योदय चतुर्दशी तिथि पर हुआ है और अमावस्या तिथि दिन में प्रारंभ हो रही है। ऐसे में छोटी व बड़ी दीपावली आज ही मनाई जाएगी। दीपावली पर न सिर्फ लक्ष्मी-गणेश पूजन करना चाहिए, बल्कि भगवान विष्णु का पूजन भी विशेष फलदायी माना जाता है। भगवान विष्णु की पूजा अर्चना से ही लक्ष्मी माता प्रसन्न होती हैं। इसके अलावा यमराज, चित्रगुप्त, कुबेर, भैरव, हनुमानजी, कुल देवता व पितरों की भी श्रद्धापूर्वक पूजा करनी चाहिए।
बकौल डा. रामराज कौशिक व्यापारिक प्रतिष्ठानों, घर और निशा पूजन के लिए अलग-अलग मुहूर्त हैं। शुभ मुहूर्त स्थिर लग्न यानी वृष लग्न में शाम 5:16 से 7:13 बजे तक है। इसमें पूजन से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। लक्ष्मी-गणेश और कुबेर के पूजन के लिए शाम को स्थिर वृष लग्न में 5:16 से रात 7:13 बजे तक का सबसे शुभ मुुहूर्त है। इसी लग्न में घरों में गृहस्थों और प्रतिष्ठानों में व्यापारियों का पूजन करना उत्तम रहेगा। इसके अलावा दोपहर में 12:37 से 2:09 बजे तक स्थिर कुंभ लग्न में भी पूजन किया जा सकेगा। देर रात स्थिर सिंह लग्न में भी महानिशा पूजन मुहूर्त होगा। देर रात 11:44 से 1:58 बजे तक महालक्ष्मी का पूजन कर सकते हैं। शाम को गोधूलि बेला (सूर्यास्त से 24 मिनट पहले और बाद तक) भी पूजन कर सकते हैं।
पटाखों से बनाएं दूरी
इस बार कोरोना के कारण प्रदूषण फैलने से लोगों के जीवन पर विपरीत असर पड़ सकता है। ऐसे में पटाखों से दूरी बनाए रखें। पटाखों के बजाय दीप प्रज्जवलित करें।