गोताखोर नहर में नहीं उतरे, स्वजनों ने खुद की तलाश, नौ दिन बाद मिला फुरकान का शव
कड़ाके की ठंड की वजह से गोताखोर नहर में नहीं उतर रहे थे। असंध नाका चौकी प्रभारी अतर सिंह ने बताया कि आरोपित कार चालक रोहतक का रहने वाला है। वीरवार को आरोपित से पूछताछ की जाएगी।
जागरण संवाददाता, पानीपत : कार की टक्कर से नहर में गिरे उत्तर प्रदेश के लोनी के मोहम्मद फुरकान के शव को सिवाह पुल के पास से स्वजनों ने पानी से बाहर निकाला। कड़ाके की ठंड की वजह से गोताखोर नहर में नहीं उतर रहे थे। असंध नाका चौकी प्रभारी अतर सिंह ने बताया कि आरोपित कार चालक रोहतक का रहने वाला है। वीरवार को आरोपित से पूछताछ की जाएगी।
मोहम्मद फुरकान साले के पास बापौली में रहता था। डेढ़ महीने से न्यू विराट नगर फेस थ्री स्थित रायल इंजीनियरिग फैक्ट्री में वेल्डिंग का काम करता था। यहीं पर उत्तर प्रदेश के कैराना का सनोवर भी काम करता था। 29 दिसंबर को शाम को सनोवर और फुरकान ड्यूटी खत्म कर पैदल संजय चौक की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान देशवाल चौक के पास नहर की पटरी पर पीछे से तेज रफ्तार आइ-20 कार ने फुरकान को टक्कर मार दी। टक्कर लगने से फुरकान बैग समेत नहर में जा गिरा। कार भी अनियंत्रित होकर नहर में गिर गई। आरोपित चालक व उसके दो साथी किसी तरह पानी से बाहर निकले। फुरकान की मदद करने की बजाय तीनों आरोपित फरार हो गए।
हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। देर रात कार को बाहर निकलवा लिया गया था, लेकिन फुरकान का कोई पता नहीं चला था। पुलिस ने छानबीन की तो कार गन्नौर के अनिल के नाम निकली। यह कार तीन बार बेची जा चुकी थी। पुलिस ने कार के नंबर के जरिये ही उसके चालक का पता लगाया। कार में रोहतक के युवक के अलावा बिझौल के दो युवक सवार थे।