लॉकडाउन में जिला कुमार और केसरी विजेता पहलवानों की इनाम राशि लॉक
कोरोना की वजह से लॉकडाउन में जिले के सबसे ताकतवर पहलवानों की इनाम राशि भी लॉक है। तीन महीने से जिला खेल विभाग उनकी इनाम राशि पर कुंडली मारे बैठा है।
विजय गाहल्याण, पानीपत
कोरोना की वजह से लॉकडाउन में जिले के सबसे ताकतवर पहलवानों की इनाम राशि भी लॉक है। तीन महीने से जिला खेल विभाग उनकी इनाम राशि पर कुंडली मारे बैठा है। पहलवान खेल विभाग के शिवाजी स्टेडियम स्थित कार्यालय के कई चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। प्रदेश के अन्य सभी जिलों में जिला केसरी और कुमार का खिताब जीत चुके पहलवानों को इनाम राशि मिल चुकी है।
विदित हो कि 27 से 28 फरवरी 2020 को शिवाजी स्टेडियम में जिला कुमार और केसरी की कुश्ती प्रतियोगिता हुई थी। इसमें पहलवानों ने मुकाबले लड़े और जीते भी। खेल विभाग के अधिकारियों ने मुख्य अतिथि की मौजूदगी में विजेता पहलवानों के साथ फोटो सेशन कराया, लेकिन इनाम नहीं दिया।
इन पहलवानों को नहीं मिला इनाम
पुरुषों में बुआनालाखू गांव के साहिल ने इसराना के साहिल को हराकर जिला केसरी का खिताब जीता। वे दूसरी बार इस टाइटल को जीतने वाले पहलवान रहे। महिलाओं में सुताना गांव की नैना जिला केसरी बनीं। इसी वर्ग में गोयलाखेड़ा की सपना उप विजेता रही। नौल्था के सागर जागलान जिला कुमार बने। महावटी के मंजीत उप विजेता रहे। पट्टीकल्याणा की शिवानी जिला कुमारी और इसी गांव की तनीषा उप विजेता रही। खेल विभाग ने जिला केसरी विजेता को 7100 और उप विजेता को 5100, जिला कुमार को 5100 और उप विजेता को 3100 रुपये का इनाम देना था।
राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में खेलेंगे तो मिलेगा इनाम
स्थानीय खेल विभाग ने केसरी और कुमार बने पहलवानों को फरमाना सुनाया कि उन्हें इनाम तब मिलेगी जब वे राज्यस्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में भाग लेंगे। कोविड-19 की वजह से लॉकडाउन लगा है। इस वजह से राज्य स्तरीय प्रतियोगिता नहीं पाई। इस साल यह प्रतियोगिता होने की उम्मीद भी नहीं है। अन्य जिलों में विजेता पहलवानों को इनाम दे दिया गया था। वर्जन
केसरी और कुमार के खिताब विजेता पहलवानों को मुकाबले जीतने के साथ ही इनाम मिलना चाहिए था। उन्होंने डेढ़ महीने पहले ही ज्वाइन किया है। जल्द ही पहलवानों को इनाम दिलाया जाएगा।
राजीव कुमार पावड़िया, जिला खेल अधिकारी