अंबाला में ई-संजीवनी एप के माध्यम से घर बैठे मिल रही सुविधा, मरीजों को मिला लाइनों से छूटकारा
ई-संजीवनी एप के माध्यम से मरीज के मोबाइल पर ओटीपी नंबर मिलेगा और उस नंबर के माध्यम से वह पूरा दिन पंजीकृत रहेगा। साथ में टोकन नंबर मिलेगा। इस टोकन नंबर से जानकारी मिलेगी कि उसकी पारी कितने मरीजों के बाद आएगी।
अंबाला, जागरण संवाददाता। ई-संजीवनी ऐसी योजना हैं जिससे मरीज को घर बैठे ही उपचार उपलब्ध कराने में मददगार साबित हो रही है। इस एप में रजिस्टर्ड होने के बाद मरीज को अस्पताल जाकर लाइनों में लगने की आवश्यकता नहीं है। कोई भी फोन पर डाक्टर से सलाह और दवा घर बैठे ले सकते हैं। नागरिक अस्पताल छावनी और शहर में ई-संजीवनी ओपीडी शुरू कर दी गई है। इसमें गर्भवती से लेकर अन्य किसी भी बीमारी का मरीज डाक्टर से बात कर सकता है।
मरीज डाक्टर से सुबह 10 से 1 और 3 से 5 बजे तक कर सकते हैं बात
फोन व कंप्यूटर के माध्यम से मरीज व डाक्टर की वार्ता-चर्चा ऐसे ही होगी जैसे वह आमने-सामने बैठकर करते हों। मरीज को इसके लिए यह एप अपने फोन में डाउनलोड करके इस पर रजिस्ट्रेशन कराना होता है। रजिस्ट्रेशन के बाद मरीज को एप पर मिले आप्शन में लिखना होगा कि वह किस बीमारी के लिए डाक्टर से बात करना चाहता है। इसके बाद उसका नंबर आने पर उसे बीमारी और उसके उपचार अथवा परामर्श विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध कराते हैं।
ओटीपी से होता है मरीज का पंजीकरण
मरीज के मोबाइल पर ओटीपी नंबर मिलेगा और उस नंबर के माध्यम से वह पूरा दिन पंजीकृत रहेगा। साथ में टोकन नंबर मिलेगा। इस टोकन नंबर से जानकारी मिलेगी कि उसकी पारी कितने मरीजों के बाद आएगी। मरीज ओटीपी नंबर के माध्यम से बार-बार अपना टोकन नंबर देख सकता है।
स्वास्थ्य मिशन की है यह सुविधा
केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत पूरे देश में यह सुविधा उपलब्ध कराई है। अगर अंबाला जिले के निवासी दूसरे राज्य व शहर में गए हैं तो वह वहां पर भी एप पर अपना रजिस्ट्रेशन करके वहां के डाक्टरों से बात कर सकता है।
सीएमओ के अनुसार
अब तक करीब सवा तीन सौ मरीजों ने ई संजीवनी के जरिए बिना अस्पताल गए बीमारी बताकर दवा और परामर्श प्राप्त किया। ई संजीवनी से इलाज कराने वाले मरीजों के लिए यह बहुत सुविधाजनक साबित होगी।
- डा. कुलदीप सिंह, सीएमओ अंबाला।