चर्चा में हरियाणा पुलिस महकमा, जूनियर थानेदार, सीनियर लाइनदार
80 थानों में एसआइ को बनाया इंचार्ज। 200 इंस्पेक्टर पुलिस लाइन में। निंबरी के आरटीआइ एक्टिविस्ट राममेहर ने गृहमंत्री मुख्यमंत्री और डीजीपी को शिकायत भेजी।
पानीपत, [विजय गाहल्याण]। प्रदेश के 80 थानों में एसआइ प्रभारी हैं। इनसे सीनियर 200 इंस्पेक्टर पुलिस लाइन में हैं या पुलिस प्रशिक्षण केंद्रों पर तैनात किए गए हैं। इन्हें महकमे की भाषा में खुड्डे लाइन की श्रेणी में माना जाता है। ये आंकड़े हरियाणा पुलिस विभाग की साइट पर ही उपलब्ध हैं। हो सकता है कि इनमें से अब कई एसआइ की जगह इंस्पेक्टर थाना प्रभारी भी बना दिए गए होंगे। आरटीआइ एक्टिविस्ट राममेहर ने गृहमंत्री अनिल विज, मुख्यमंत्री मनोहर लाल और डीजीपी हरियाणा को शिकायत भेजकर मांग की है कि थानों में योग्य इंस्पेक्टरों की तैनाती की जाए, ताकि फरियादियों की ठीक से सुनवाई हो। शिकायतों का अच्छे से निवारण हो सके। हालांकि डीजीपी का कहना है कि एसपी अपने विवेक से यह फैसला करते हैं। कार्यकुशलता देखी जाती है।
जिलावार सूची
करनाल
इंद्री, निसिंग, निगदू, सेक्टर 32-33, रामनगर और असंध में एसआइ थाना प्रभारी हैं। 10 इंस्पेक्टर पुलिस लाइन में हैं।
यमुनानगर
थाना सदर, गुडिय़ा, छपरौली, प्रताप नगर, छप्पर, रादौर, महिला थाना और सीआइए-टू में एसआइ इंचार्ज हैं। पुलिस लाइन में आठ इंस्पेक्टर हैं।
पानीपत
बापौली, सनौली, ट्रैफिक के दो थानों में एसआइ प्रभारी है। नौ इंस्पेक्टर पुलिस लाइन में हैं।
कैथल
कलायत, तीतरम, सदर, सीवन, गुल्हा और ट्रैफिक एसआइ एसएचओ हैं। आठ इंस्पेक्टर पुलिस लाइन में हैं।
जींद
पिल्लू खेड़ा, सफीदों, सदर, गरठी और महिला सेल में एसआइ प्रभारी हैं। सात इंस्पेक्टर पुलिस लाइन में हैं।
रोहतक
सब्जी मंडी, लाखन माजरा, सीआइए-टू और एबीटी सेल में एसआइ प्रभारी हैं।
झज्जर
सिटी बहादुरगढ़, झज्जर, सालावास, असोदा, महिला थाना और ट्रैफिक में एसआइ प्रभारी हैं।
सिरसा
डबवाली, सदर, कलायत, रानिया, ओडा और कालावाली में एसआइ इंचार्ज हैं।
रेवाड़ी
बाबल, मॉडल टाउन, कोसली, खोल और जाटूवास में एसआइ प्रभारी हैं।
पलवल
होडल, हथीन, बहीन, महिला थाना, ट्रैफिक व उटावड़ में एसआइ प्रभारी हैं।
फरीदाबाद
एसआइटी, कोतवाली और मुजेसर एसआइ प्रभारी हैं।
सोनीपत व पड़ोसी प्रदेशों से लें सीख
सोनीपत ऐसा जिला है जहां सभी इंस्पेक्टर थाना प्रभारी हैं। हिसार व भिवानी में तकरीबन सभी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी हैं। इसी तरह से हमें पड़ोसी प्रदेश दिल्ली और पंजाब से भी सीख लेनी चाहिये। यहां पर इंस्पेक्टरों को थाना प्रभारी लगाया गया है।
थानों में एसएचओ संबंधित जिलों के एसपी अपने विवेक व उनकी कार्यकुशलता के आधार पर लगाते हैं। बशर्ते उनकी क्राइम के अनुसंधान की प्रक्रिया सही हो और जनता से अच्छे से व्यवहार करते हों।
-मनोज यादव, डीजीपी, हरियाणा
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