खराब होने लगा गेहूं, अब डिपो पहुंचाया
जागरण संवाददाता पानीपत छह माह से वार्ड नंबर-13 के राजेंद्रा पब्लिक स्कूल के कमरे में बं
जागरण संवाददाता, पानीपत : छह माह से वार्ड नंबर-13 के राजेंद्रा पब्लिक स्कूल के कमरे में बंद डिजास्टर राशन टोकन का गेहूं शुक्रवार को उठवा कर सनौली रोड पर राजेश के डिपो में भिजवा दिया गया। खाद्य व आपूर्ति विभाग के निर्देश पर ऐसा किया गया है। विभाग के अधिकारी तर्क दे रहे हैं कि जून-जुलाई में इसे बांटा जाना था। गेहूं को खराब होने बचाने के लिए डिपो में रखवाया गया है। अब इसे पीडीएस.एमडीएम व अन्य कई स्कीमों में खपत करा देंगे। कोविड 19 के संक्रमण के दौरान गरीबों को मुफ्त में राशन देने के लिए डिजास्टर राशन टोकन का गेहूं वार्डो में भेजा गया था। एक टोकन पर एक परिवार के प्रत्येक सदस्य को पांच-पांच किलो के हिसाब से दिया जाना था। टोकन जारी करते समय चूक हो जाने से एक परिवार को मात्र पांच किलो गेहूं बांटने लगे। लोगों ने यह कहते हुए लेने से इन्कार कर दिया कि चक्की में इसे कहां पिसाएंगे। कुछ वार्डों में इस कोटे का गेहूं जैसे-तैसे बांट दिया गया। सबसे बड़ी खामी यह थी कि जिस वार्ड को आवंटित किया गया, उससे छह-सात किलोमीटर दूर (वार्ड नंबर 24 का आठ मरला में) पर बांटा गया। गरीब परिवार किराया खर्च कर गेहूं लेने से पीछे हट गए। वार्ड नंबर 13, 15 व 16 सहित अन्य वार्डों में कट्टे में रखा गेहूं अब खराब होने लगा है। पानीपत प्रशासन व विभागीय अधिकारियों के संज्ञान में लाने के लिए जागरण ने प्रमुखता से यह खबर भी प्रकाशित की।
सदन में उठा था मुद्दा
निगम सदन की बैठक में बीते 7 सितंबर को पार्षदों ने जोर-शोर यह मुद्दा उठाया था। मेयर व आयुक्त ने पार्षदों से कहा था कि वे गेहूं का ब्यौरा उपलब्ध कराएं। इसे बंटवाने के लिए आगे बात करेंगे।
इंस्पेक्टर बिजेंद्र से सीधी बातचीत
सवाल : वार्ड नंबर 13 का गेहूं किसके निर्देश पर उठवाया गया है? जवाब : विभागीय अधिकारियों के निर्देश पर। सवाल : राजेंद्रा पब्लिक स्कूल में सुरक्षित नहीं था क्या? जवाब : कट्टे में गेहूं खराब होने लगा था। सवाल : डीआरटी कोटे के इस गेहूं का क्या होगा? उत्तर : अगले सप्ताह निदेशालय से आदेश आने पर संबंधित स्कीम के अंतर्गत बंटवा देंगे। सवाल : कितने कट्टे गेहूं थे? उत्तर : ये मैं सुबह में ही बता पाऊंगा। बड़ा सवाल : -वार्ड नंबर 13 का गेहूं उठवा कर फूड एंड सप्लाई इंस्पेक्टर बिजेंद्र ने राजेश के डिपो में भिजवा दिया है। अन्य वार्डों की जिम्मेदारी जिन इंस्पेक्टरों के पास हैं, उन्होंने क्यों नहीं उठवाया। डिपो पर ही भेजना था तो इतनी देरी क्यों हुई। -खराब हो रहे गेहूं को बांटने के लिए उच्चाधिकारियों के आदेश की प्रतीक्षा कब तक करेंगे। -गरीबों का भरोसा तोड़ने के लिए जवाबदेह कौन है? वार्ड नंबर 13 के पार्षद शिव कुमार शर्मा से सीधी बातचीत सवाल : आपके वार्ड में डीआरटी कोटे का गेहूं कब से रखा था? जवाब : पांच से छह माह हो गए। एकता विहार कालोनी के राजेंद्रा पब्लिक स्कूल में था। सवाल : गेहूं के कितने कट्टे थे? जवाब : मैंने गिो तो नहीं, 80-90 कट्टे जरूर रहे होंगे। सवाल : गरीबों के बीच बंटा क्यों नहीं? जवाब : ये तो खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी बताएंगे। इतने दिनों से खराब हो रहा है।
सवाल : मुझे पता चला है शुक्रवार को देर शाम गेहूं उठा लिया गया? जवाब : मैंने भी सुना है। सवाल : कहां ले गए गेहूं? जवाब : पता नहीं जी। मेरे वार्ड के गरीबों के साथ नाइंसाफी हुई है।