दिव्यांग बच्ची का मामला, आयोग ने डीसी-एसपी को दिए जांच के आदेश
जागरण संवाददाता पानीपत सिद्धार्थ नगर स्थित बाल देखरेख केंद्र (सीसीआइ) में अकेली रखी गई कोरो
जागरण संवाददाता, पानीपत :
सिद्धार्थ नगर स्थित बाल देखरेख केंद्र (सीसीआइ) में अकेली रखी गई कोरोना संक्रमित(अब स्वस्थ)साढ़े सात साल की मानसिक दिव्यांग बच्ची मामले में राज्य बाल आयोग ने सख्त रुख अपनाया है। डीसी और एसपी को मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
दोष साबित होने पर संचालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया जाएगा। बाल कल्याण समिति की चेयरपर्सन पदमा रानी ने पुष्टि करते हुए दैनिक जागरण को बताया कि इस संबंध में हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग से एक ई-मेल आई है। उधर, बच्ची के स्वाब सैंपल की दूसरी रिपोर्ट मंगलवार को नेगेटिव आई गई थी। बुधवार को सिविल अस्पताल से उसे डिस्चार्ज कर दिया। आइसोलेशन वार्ड के नोडल अधिकारी डा. विरेंद्र ढांडा ने बच्ची को खिलौने देकर समिति के सदस्य एडवोकेट शिव सहाय के सुपुर्द किया।
चेयरपर्सन के मुताबिक आयोग के आदेश के बाद बच्ची सिरसा स्थित स्पेशल होम भेज दिया है। डीसी-एसपी स्तर पर होने वाली जांच में सहयोग किया जाएगा। इन बिदुओं पर जांच संभावित :
-कोरोना संक्रमित होने के बावजूद बच्ची को सीसीआई में अकेला क्यों रखा।
-बच्ची को भोजन समय से मिल रहा था अथवा नहीं।
-घटना के समय किसकी ड्यूटी थी, स्टाफ कहां नदारद था।
-सीसीआइ का पंजीकरण कब तक के लिए मान्य है।
-इससे पहले संचालक ने पंजीकरण सरेंडर क्यों किया था।
-सीसीआइ को अब तक कितनी ग्रांट मिल चुकी है।
-सीसीआइ में स्टाफ की नियुक्ति पर्याप्त है अथवा नहीं।
-भौतिक निरीक्षण से पहले सीसीआइ को शिफ्ट क्यों किया।
-बच्ची एक दिन के लिए गायब कैसे हो गई थी। नंबरिग :
12 नवंबर को बच्ची के स्वाब सैंपल लिए
15 नवंबर को रिपोर्ट पाजिटिव आई
24 नवंबर को दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव
25 नवंबर को अस्पताल से मिली छुट्टी।