Move to Jagran APP

जींद में दुष्कर्म मामले में महिला आयोग में मतभेद, सदस्‍य की पुलिस की क्लीनचिट, कार्यकारी प्रधान ने कहा- SIT जांच करे

जींद में महिला द्वारा सुसराल के नौ लोगों पर दुष्‍कर्म और यौन शोषण का आरोप लगाने का मामला उलझता दिख रहा है। इस मामले में हरियाणा महिला आयोग में ही मतभेद सामने आया है। सदस्‍य ने पुलिस काे क्‍लीनचिट दी तो कार्यकारी प्रधान ने एसआइटी जांच को कहा है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 09 Nov 2020 11:33 AM (IST)Updated: Mon, 09 Nov 2020 11:33 AM (IST)
जींद में दुष्कर्म मामले में महिला आयोग में मतभेद, सदस्‍य की पुलिस की क्लीनचिट, कार्यकारी प्रधान ने कहा- SIT जांच करे
जींद का महिला दुष्‍कर्म मामला उलझता जा रहा है। (फाइल फोटो)

जींद, जेएनएन। एक महिला द्वारा ससुराल पक्ष के नौ लोगों पर यौन शोषण का आरोप लगाने का मामला उलझता जा रहा है। इस मामले पर हरियाणा महिला आयोग में ही मतभेद सामने आए हैं। महिला आयोग की एक सदस्‍य ने पुलिस को इस मामले में क्‍लीनचिट दे दी तो आयोग की कार्यकारी प्रधान ने डीजीपी से पूरे मामले की एसआइटी जांच कराने के लिए पत्र लिखा है।

loksabha election banner

24 अक्टूबर को महिला आयेाग की सदस्य सुमन बेदी ने पीड़ित महिला और पुलिस का पक्ष जानकर इस मामले में जिला पुलिस को क्लीन चिट दे दी थी और दिल्ली पुलिस पर लापरवाही का ठिकरा फोड़ा था और नोटिस जारी करने की बात कही, लेकिन अब महिला आयोग की कार्यकारी अध्यक्ष प्रीति भारद्वाज दलाल ने आयोग की सदस्य की कार्रवाई पर सवाल उठाते ही जांच खुद अपने हाथों में ले ली है। अब प्रीति भारद्वाज ने डीजीपी को पत्र लिखकर इस मामले में निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी गठित करके दस दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है।

कार्यकारी अध्यक्षा ने सदस्या की कार्रवाई पर उठाए सवाल

पत्र में यह भी कहा कि एसआइटी भी जींद को छोड़कर किसी दूसरे जिले के सीनियर अधिकारी के नेतृत्व में ही गठित की जाए। उन्होंने कहा कि जींद धरने पर बैठी महिला को कार ने टक्कर मार दी थी। इसकी वीडियो व मीडिया रिपोर्टस क माध्यम से 23 अक्टूबर को जींद एसएसपी को पत्र लिखकर दो दिन में रिपोर्ट देने के लिए कहा था, लेकिन जींद एसएसपी ने कोई रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की। ज्ञात रहे कि जुलाना थाना क्षेत्र के एक गांव की महिला ने आरोप लगाया था कि उसकी शादी दिल्ली में हुई थी। वहां पर उसके चाचा ससुर ने उसके पति के साथ मिलकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और ससुराल के दूसरे लोगों ने उसके साथ मारपीट की।

डीजीपी को पत्र लिखकर मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित करने के लिए कहा

इस मामले में जुलाना थाना पुलिस ने 23 सितंबर को पति सहित नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। बाद में पुलिस को पता चला कि महिला ने चार माह पहले महिला ने दिल्ली के बवाना थाने में भी पति सहित नौ लोगों पर छेड़छाड़ व मारपीट का मामला दर्ज करवाया हुआ है। इसके बाद जींद पुलिस ने कहा कि पहले मामला दिल्ली पुलिस में दर्ज है, इसलिए इस मामले में कार्रवाई दिल्ली पुलिस ही करेगी। बाद में महिला कार्रवाई की मांग को लेकर एसएसपी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गई थी। जब वह धरने पर बैठी थी तो एक अधिवक्ता की गाड़ी ने उसे टक्कर मार दी थी और इसमें महिला को मामूली चोट आई थी।

सुमन बेदी की कार्रवाई पर उठाए सवाल

महिला आयोग की सदस्या सुमन बेदी द्वारा मामले की जांच के बाद जिला पुलिस को क्लीन चिट देने पर महिला आयोग की कार्यकारी अध्यक्षा प्रीति भारद्वाज दलाल ने सवाल उठा दिए हैं। पत्र के माध्यम से उन्होंने कहा कि महिला आयोग की सदस्या के दौरे के बाद आयेाग पर गंभीर सवाल खड़े हुए थे। महिला आयोग हमेशा महिलाओं से जुड़े मुद्दे सुलझाने के लिए कटिबद्ध है। सदस्या की कार्रवाई से आयोग बहुत ही आहत हुआ है। आयोग हमेशा महिलाओं के पक्ष में खड़ा मिलेगा। इस मामले में गृहमंत्री भी हस्तक्षेप कर चुके हैं और पीड़िता के पक्ष में खड़े नजर आए हैं। इसलिए महिला आयोग अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए इस मामले में पारदर्शी और स्वतंत्र वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से इस मामले की जांच कार्रवाई जाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.