सेवा सुरक्षा सहयोग के नारे को साकार कर रही डायल 112, बचाई कई जिंदगियां
डायल 112 सेवा सुरक्षा सहयोग के नारे को साकार कर रही है। 12 जुलाई 2021 से यह सेवा शुरू हुई। यमुनानगर की बात करें तो कई जिंदगियां डायल 112 की टीम ने बचाई है। अब तक डायल 112 पर 13 हजार 492 काल आई है।

यमुनानगर, जागरण संवाददाता। सेवा सुरक्षा व सहयोग के नारे को लेकर डायल 112 साकार कर रही है। हादसे में घायलों की जान बचाना हो या फिर किसी बिछड़े को मिलाना हो। हर कदम पर डायल 112 की टीम अग्रणी है। 12 जुलाई 2021 से यह सेवा शुरू हुई। जिले की बात करें, तो कई जिंदगियां डायल 112 की टीम ने बचाई है। समय से पहले घटनास्थल पर पहुंचने में भी रिकार्ड बनाया है। बेहतरीन सर्विस देने के कारण ही मुख्य सचिव ने भी जिले से नोडल अधिकारी व डीएसपी हेडक्वार्टर सुभाष चंद्र को सम्मानित किया है।
अब तक डायल 112 पर 13 हजार 492 काल आई है। इनमें बाइक चोरी से लेकर सड़क पर घूम रहे लावारिस बच्चों तक की सूचना कंट्रोल रूम में पहुंची है। जिस पर टीमों ने क्विक एक्शन लिया। समय से पहले घटनास्थल पर पहुंची। कई बड़ी घटनाएं भी डायल 112 टीम की वजह से टल गई। जिस कारण इस सेवा पर लोगों का भरोसा भी बढ़ता जा रहा है। अब हर किसी के मोबाइल में 112 नंबर है। केवल घटना के लिए ही नहीं, सहयोग के लिए भी इस नंबर पर काल आ रही हैं। थाना क्षेत्र में दो-दो गाड़ियां सड़क पर गश्त करती रहती है। जिससे अपराध की घटनाओं पर भी अंकुश लग रहा है।
11 हादसे, जिनमें सक्रियता से बची जान
डायल 112 के कंट्रोल रूम में 11 सूचना सड़क हादसों की पहुंची। जिसमें सक्रियता दिखाते ही टीमें घटनास्थल पर पहुंची। एंबुलेंस का इंतजार किए बिना पुलिस की टीमें अपनी गाड़ी में ही इन हादसों में घायलों को लेकर अस्पताल में पहुंची। समय से अस्पताल पहुंचने पर ही इन घायलों की जान बच सकी। इसी तरह से कई बिछड़े व लावारिस घूम रहे बच्चों को भी उनके परिवार से मिलाया गया है। इस तरह की भी 19 काल डायल 112 के कंट्रोल रूम में पहुंची है।
यह घटनाएं बता रही कितनी सजग हैं टीमें
करीब दो माह पहले एक महिला पति से झगड़कर नहर में कूदने के लिए फतेहपुर पुल पर पहुंच गई थी। किसी ने डायल 112 पर काल की, तो पुलिस टीम पहुंची और महिला को बचाया। बाद में उसे समझाकर घर भेजा। बाक्करवाला के पास ट्रक पेड़ से टकरा गया था। डायल 112 की टीम पहुंची। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद ट्रक में फंसे हुए ड्राइवर को खिड़की काटकर बाहर निकाला। जिससे उसकी जान बची। सदर यमुनानगर थाना क्षेत्र में थर्मल प्लांट के पास अनियंत्रित होकर ट्रैक्टर ट्राली पलट गई थी। डायल 112 की टीम पहुंची। क्रेन मंगवाकर ट्रैक्टर को सीधा कराया और चालक को बाहर निकलवाया। जिससे उसकी जान बची। इसी तरह से शादीपुर से चार वर्षीय बच्ची लापता हो गई थी। डायल 112 की टीम ने इस बच्ची को तलाशकर उसके परिवार से मिलवाया। गांधीनगर थाना क्षेत्र से भी लापता हुए बच्चे को टीम ने तलाशा था।
जिले में 32 गाड़ियां डायल 112 की
डायल 112 के लिए जिले को 32 गाड़ियां मिली हैं। हर थाने के लिए दो-दो गाड़ियां मिली हैं। जबकि शहर यमुनानगर थाना व शहर जगाधरी थाना क्षेत्र में तीन-तीन गाड़ियां हैं। इन गाड़ियों पर 192 पुलिसकर्मी तैनात हैं।
हर रोज पहुंच रही 70 से 80 काल
डायल 112 के जिला नोडल अधिकारी व डीएसपी हेडक्वार्टर सुभाष चंद्र ने बताया कि हर रोज कंट्रोल रूम में 70 से 80 काल आ रही है। इनमें चोरी, झगड़े, लावारिस बच्चे व सड़क हादसों से संबंधित काल अधिक आती है। जिस पर टीम तुरंत पहुंचती है। समय-समय पर इसकी समीक्षा की जाती है। लोगों को भी जागरूक रहना चाहिए। वह भी यदि अपने आसपास कोई संदिग्ध घटना देखें, तो डायल 112 पर काल करें। जिससे पुलिस तुरंत वहां पर पहुंच सके।
Edited By Rajesh Kumar