गेहूं खरीद की तैयारी शुरू, समस्याओं से परेशान आढ़ती
जागरण संवाददाता, समालखा एक अप्रैल से शुरू होने वाले गेहूं की खरीद को लेकर खरीद एजेंसियों सहित
जागरण संवाददाता, समालखा
एक अप्रैल से शुरू होने वाले गेहूं की खरीद को लेकर खरीद एजेंसियों सहित आढ़तियों और मार्केट कमेटी के कर्मचारियों की बैठक ली। एजेंसियों से गोदाम व कंट्टे तो लिफ्टिंग ठेकेदार से वाहनों और लेबर के बारे में पूछताछ की। आढ़तियों से उनकी समस्याओं के बारे में पूछा। मार्केट कमेटी के कर्मचारियों को मंडी में पानी, बिजली, सफाई की व्यवस्था करने को कहा।
डीएफएससी प्रेमपाल सिंह ने कहा कि तीन एजेंसियां हैफेड, फूड एंड सप्लाई और वेयर हाउस समालखा अनाज मंडी में गेहूं की खरीद करेंगी। फूड एंड सप्लाई निरीक्षक जोगेंद्र पुनिया ने कहा कि गेहूं की ऑनलाइन खरीद होगी। 12 प्रतिशत तक नमी वाली ढेरी खरीदी जाएगी। वेयर हाउस की इंचार्ज सुमन चहल और हैफेड के आजाद सिंह ने कहा कि उनके पास ऑनलाइन खरीद के उपकरण नहीं हैं। वे मैन्युअल खरीद करेंगे।
आढ़तियों की समस्या : प्रधान प्रेम सिंह, रोशन लाल मित्तल और नरेश घनघस ने कहा कि हर बार लिफ्टिंग की समस्या होती है। सीजन के पीक पर होने से लेबर और वाहनों की कमी हो जाती है। कई बार जगह नहीं होने से गेहूं के कंट्टे 72 घंटे के बजाय कई दो सप्ताह तक मंडी में खुले आसमान के नीचे पड़े रहते हैं। गेहूं के वजन में कमी आ जाती है, जिसे पूरा करना आढ़तियों के लिए दूभर हो जाती है। उन्हें नुकसान उठान पड़ता है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार को खरीद के 72 घंटे के भीतर उठान की व्यवस्था करनी होगी। मंडी सुपरवाइजर महावीर सिंह का कहना है कि पिछले सीजन में छह लाख 17 हजार क्विंटल गेहूं की आवक मंडी में हुई थी। गेहूं का रकबा बढ़ने से इस बार मंडी में एक लाख क्विंटल गेहूं के अधिक आने की संभावना है। इस अवसर पर उपप्रधान जयपाल छौक्कर, देवेंद्र नेहरा, रमेश, सुनील, पिंकी, सतबीर आदि आढ़ती मौजूद रहे।