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Dengue: डेंगू का कहर, अंबाला में 593 केस, निजी अस्पतालों में 7 आइसीयू, जानिए लक्षण और बचाव

कोरोना मुक्त अंबाला में डेंगू के 593 केस आ चुके हैं। रेंडम डोनर प्लेटलेट्स व सिंगल डोनर प्लेटलेट्स की बढ़ी डिमांड। जिले में एसडीपी किट खत्म होने से दूसरे जिलों की लगा रहे हैं दौड़। चिकित्‍सकों की मानें तो लक्षण होने पर इलाज जरूर कराएं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Tue, 16 Nov 2021 08:30 PM (IST)Updated: Tue, 16 Nov 2021 08:30 PM (IST)
Dengue: डेंगू का कहर, अंबाला में 593 केस, निजी अस्पतालों में 7 आइसीयू, जानिए लक्षण और बचाव
अंबाला में डेंगू का कहर बढ़ रहा।

अंबाला, जागरण संवाददाता। मादा ऐडिज ऐजिपटी (मच्छर) के काटने से डेंगू फैलता है। करीब दो साल बाद अंबाला काेराेना वायरस से मुक्त हो गया, लेकिन अब डेंगू के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। मंगलवार को डेंगू के 9 नए मामलों के साथ यहां मरीजों की संख्या 593 तक पहुंच गई। इसमें 7 मरीज जिले के अलग अलग निजी अस्पतालों के आइसीयू में दाखिल है। लगातार बढ़ते डेंगू के मामलों को देखते हुए अब रेंडम डोनर प्लेटलेट्स व सिंगल डोनर प्लेटलेट्स की खासी डिमांड हो गई है।

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सरकारी अस्पतालों में दाखिल करीब 22 डेंगू के मरीजों को दवा और चिकित्सक की सलाह पर होल ब्लड दिया जा रहा है। जबकि डेंगू के सामान्य मरीजों को चिकित्सकों की निगरानी में स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन व मरीज की स्थिति को देखते हुए उपचार किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के बढ़ते प्रकोप को कम करने के लिए जांच और रिपोर्ट देने की सरल प्रक्रिया शुरू कर दी है। अंबाला शहर के माडुलर लैब में डेंगू के आने वाले सैंपल की तुरंत जांच करके रिपोर्ट संबंधित अस्पताल और क्षेत्र के हेल्थ इंस्पेक्टर को आनलाइन भेजी जा रही है। जबकि अंबाला शहर के संजीवनी ब्लड बैंक में सिंगल डोनर प्लेटलेट एसडीपी की किट ही खत्म हो गई है, मरीज की जान बचाने के लिए लोग दूसरे जिलों की दौड़ लगा रहे हैं।

डेंगू के लक्षण

डेंगू के डंक का शिकार हुए मरीज में अकस्तमाल तेज सिर दर्द, बुखार होता है। इसके साथ ही मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होने लगता है। आंखों के पीछे दर्द होना जो आंखों को घुमाने से बढ़ता है। इसके अलावा जी मिचलाना और उल्टी भी मरीज को शुरू हो जाती है।

उपचार व बचाव के उपाय

- मच्छरदानी का प्रयोग करें।

- बंद कमरे में सुबह और सायं के समय आलआउट आन रखें।

- पानी से भरे बर्तनों को ढककर रखें।

- ऐसे कपड़े पहने जिससे पूरा शरीर ढका हुआ हो।

- बुखार उतारने के लिए पैरासिटामोल ले सकते हैं।

घरों में है 300 से अधिक मरीज

जिले के सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में डेंगू के डंक से गंभीर रूप से प्रभावित मरीज ही इलाज करा रहे हैं। डेंगू के रोकथाम की दिशा में कार्य करने वाली टीमों की मानें तो 300 से अधिक प्रभावित मरीज अपने अपने घरों में ही चिकित्सक के सलाह पर आवश्यक दवाएं लेकर आराम कर रहे हैं। इन मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है, लेकिन रोजाना 10 से अधिक नए मामले सामने आने का सिलसिला जारी है।

डेंगू के मामले जिले में बढ़ जरूर रहे हैं, लेकिन आम नागरिक को चिंता करने की बात नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें दिन रात मरीजों की देखभाल करके स्वस्थ करने में लगी है। प्लेटलेट गंभीर मरीजों को ही चिकित्सक की सलाह पर चढ़ाया जाता है। 90 फीसदी मरीज बिना प्लेटलेट के स्वस्थ हो रहे हैं।

- डा. कुलदीप सिंह, सिविल सर्जन अंबाला।


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