Dengue Alert: कैथल में डेंगू के मिले छह नए केस, संख्या पहुंची 217, इलाज के लिए कम पड़ रहे बेड
डेंगू से बचाव को लेकर नगर परिषद की तरफ से फागिंग अभियान चलाया जा रहा है। अब नगर परिषद ने चार नई फागिंग की मशीनें खरीद ली हैं जिनसे फागिंग का काम शुरू कर दिया गया है। पहले तीन मशीनों से काम किया जा रहा था।
कैथल, जागरण संवाददाता। कैथल में डेंगू का कहर जारी है। रोजाना पांच से छह नए केस मिल रहे हैं। रविवार को छह नए केस मिले हैं। अब संख्या 317 तक पहुंच गई है। जहां केस मिले हैं, वहां स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दौरा करते हुए सैंपल लिए हैं। 65 सैंपलों को जांच के लिए लैब में भेजा गया है। सोमवार बाद दोपहर रिपोर्ट जारी होगी। कैथल शहर में डेंगू कम मरीजों की संख्या ज्यादा तेजी से बढ़ रही है। यहां अब तक 220 केस सामने आ चुके हैं।
नारियल व बकरी के दूध के भाव बढ़े
चार साल पहले जितने केस पूरे जिले में मिले थे, उससे कहीं ज्यादा तो कैथल शहर में ही मिल चुके हैं। डेंगू के साथ-साथ वायर बुखार, टाइफस के भी मरीज बढ़ रहे हैं। शहर के कई निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने के कारण बेड भी कम पड़ गए हैं। वहीं बुखार पीड़ित मरीजों के प्लेटलेट्स कम होने से अब प्लेटलेट्स की चिंता भी अभिभावकों को सता रही है। डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण नारियल व बकरी के दूध के भाव भी बढ़ रहे हैं। नारियल पहले 40 रुपये का मिलता था जो अब बढ़कर 55 से 60 रुपये का हो गया है, वहीं बकरी के दूध के भाव 400 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। सिविज सर्जन डा. जयंत आहूजा ने बताया कि डेंगू व टाइफस बुखार से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
गुहला के निजी अस्पताल में दाखिल बुखार से पीड़ित 30 मरीज
गुहला सिविल अस्पताल 50 बेडों का है। यहां बुखार के मरीज जांच के लिए तो आ रहे हैं, लेकिन दाखिल कोई नहीं है। वहीं शहर के निजी अस्तपाल श्री सनातन धर्म महावीर दल चेरिटेबल अस्पताल भी 50 बेडों का है। यहां रोजाना 15 से 20 मरीज जांच के लिए पहुंच रहे हैं। बुखार से पीड़ित 30 मरीज दाखिल हैं, जिनकी प्लेटलेट्स कम है। अस्पताल के चिकित्सक डा. राममेहर शर्मा ने बताया कि बुखार से पीड़ित मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं।
रोजाना 15 से 20 मरीज बुखार को लेकर इलाज के लिए आ रहे हैं।
इसी तरह से कलायत के 50 बेडों के सरकारी अस्पताल में रोजाना 30 से 35 मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। यहां इन दिनों प्राइवेट छाबड़ा अस्पताल में भी बुखार पीड़ित मरीजों की ओपीडी 10 से 15 है। सीवन का सरकारी अस्पताल छह बेडों का है। यहां दो प्राइवेट अस्पताल हैं, जहां 10 से 15 मरीज जांच के लिए आ रहे हैं। इसी तरह से पूंडरी में 50 बेडों का सरकारी अस्पताल है। यहां निजी गुरू नानक अस्पताल में बुखार से पीड़ित मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। रोजाना 15 से 20 मरीज बुखार को लेकर इलाज के लिए आ रहे हैं।
डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते प्लेटलेट्स को लेकर भी दिक्कत आ रही है। शहर में एक निजी अस्पताल व दो लैबों में प्लेटलेट्स को लेकर लोगों की भीड़ रहती है। अब प्लेटलेट्स किट भी मुश्किल से उपलब्ध हो रही है। डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट्स तेजी से नीचे जा रहे हैं, ऐसे में प्लेटलेट्स से रिकवरी करनी पड़ रही है। शहर में दो ब्लड बैंक लैब व शहर के एक निजी अस्पताल में प्लेटलेट्स सेपरेटर मशीन उपलब्ध है। इस मशीन से ही रक्त में से प्लेटलेट्स को अलग किया जाता है। सरकारी अस्पताल में यह मशीन नहीं है।
नगर परिषद में पहुंची चार नई फागिंग मशीनें, अभियान होगा तेज
कैथल : डेंगू से बचाव को लेकर नगर परिषद की तरफ से फागिंग अभियान चलाया जा रहा है। अब नगर परिषद ने चार नई फागिंग की मशीनें खरीद ली हैं, जिनसे फागिंग का काम शुरू कर दिया गया है। पहले तीन मशीनों से काम किया जा रहा था। अब सात मशीनों हो गई हैं, जिससे हर वार्ड में अभियान चलाया जा सकेगा। शहर के लोग अपनी कालोनियों में फागिंग करवाने की मांग को लेकर रोजाना नप कार्यालय में आ रहे हैं। डेंगू के केस शहर के एरिया में काफी संख्या में आ रहे हैं। केस उन एरिया में मिल रहे हैं, जहां गंदे नालों की सफाई सुचारू रूप से नहीं हो पाई है। जहां केस मिल रहे हैं, वहां नप कर्मचारी फागिंग कर रहे हैं। शहर में 31 वार्ड हैं और अब सभी वार्डों में फागिंग नियमित रूप से करवाई जा सकेगी। इस कार्य के लिए नप ने दस कर्मचारियों की टीम बनाई हुई है।