Dengue Alert: डेंगू फैलाने वाले मच्छर का खतरा जल्द होगा कम, त्योहारों की खुशी में मच्छरों को न करें नजरअंदाज
एडीज इजिप्टी छोटा और गहरे रंग का मच्छर है। यह मच्छर ज्यादा ऊंचाई तक नहीं उड़ता। यही कारण है कि मनुष्य के पैरों टांगों बाजुओं या लेटे रहने पर मुंह पर काटता है। सूर्योदय के दो घंटे बाद और सूर्यास्त से कुछ घंटे पहले तक अधिक सक्रिय रहता है।
जागरण संवाददाता, पानीपत। पानीपत में डेंगू बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। इस सीजन में अब तक 155 मरीजों की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग कर चुका है। छह आशंकित मरीजों की मौत भी हो चुकी है। त्योहारों की खुशी में डेंगू बुखार देने वाले मादा एडीज एजिप्टी मच्छर को नजरअंदाज न करें।
डेंगू बुखार फैलाने वाला मादा एडीज एजिप्टी मच्छर साफ पानी में ही पनपता है
दरअसल, चार नंबर यानि आज दीपावली है। पांच नवंबर को गोवर्धन पूजा और छह को भैया दूज है। इसके ठीक बाद पूर्वांचल वासियों की लोक आस्था का पर्व छठ पूजा 10 नवंबर को है। इससे पूर्व आठ नवंबर को खरना (छठ पूजा), विनायक चतुर्थी भी है। 14 नवंबर को देवुत्थान एकादशी (देवठान) है। यूं तो त्योहारों की श्रंखला में घरों-आफिसों की साफ-सफाई, रंग-रोगन का काम चलता है। इसी के साथ घर व आसपास साफ पानी जमा होने की आशंका भी रहती है। घरों मेें पानी स्टाक भी किया जाता है। आपको जान लेना चाहिए कि डेंगू बुखार फैलाने वाला मादा एडीज एजिप्टी मच्छर साफ पानी में ही पनपता है। दिन के समय में अधिक काटता है।
जिला मलेरिया अधिकारी एवं डिप्टी सिविल सर्जन डा. सुनील संडूजा ने बताया कि यह लापरवाही भारी भी पड़ सकती है।अभी करीब 15 दिनों तक डेंगू बुखार का खतरा बना रहेगा। जैसे ही तापमान 18 से 20 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचेगा,मच्छर की उत्पत्ति कम होती जाएगी।
यह है इस मच्छर की पहचान
एडीज इजिप्टी छोटा और गहरे रंग का मच्छर है। यह मच्छर ज्यादा ऊंचाई तक नहीं उड़ता। यही कारण है कि मनुष्य के पैरों, टांगों, बाजुओं या लेटे रहने पर मुंह पर काटता है। सूर्योदय के दो घंटे बाद और सूर्यास्त से कुछ घंटे पहले तक अधिक सक्रिय रहता है। इससे बचने के लिए शरीर का ढ़कने वाले कपड़े अवश्य पहनने चाहिए।
करें बचाव ताकि न कराना पड़े इलाज
घर व आसपास पानी जमा नहीं होने दें।
शरीर को ढ़कने वाले कपड़े पहनें।
सोते समय मच्छरदानी जरूर लगाएं।
घर के अंदर मच्छर मारने वाली दवा छिड़कें।
दरवाजों-खिड़कियों पर जाली लगवाएं।
पानी की टंकी-होदी-बाल्टी को ढककर रखें।
बीमारी के लक्षण दिखे तो तुरंत जांच कराएं।