Dengue Alert: कैथल में डेंगू का खतरा बढ़ा, मिले छह नए केस, लोगों ने उठाई फोगिंग की मांग
सफीदों मे बुखार पीड़ितों की अस्पतालों में लाइन लगी हैं। उपमंडल के केवल उन्हीं रोगियों के घरों के आसपास दवा की फोगिंग कराई गई है। परीक्षण पर रोगी पाजिटिव पाए गए। ग्रामीण क्षेत्रों में तो बड़ी संख्या में लोग गांवों मे उपचार व अनाधिकृत लोगों से दवाएं ले रहे हैं।
कैथल, जागरण संवाददाता। कैथल में डेंगू मरीजों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार को छह नए केस मिले हैं। अब कुल संख्या 241 तक पहुंच गई है। कैथल शहर में अब तक सबसे ज्यादा 159 केस मिल चुके हैं। कलायत में 25, राजौंद में 17, सीवन 19, गुहला आठ, कौल चार, पूंडरी नौ केस अब तक मिल चुके हैं। जहां डेंगू के केस मिले हैं, वहां स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दौरा कर बुखार के संदिग्ध लोगों के सैंपल लिए हैं। इन सैंपलों को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया है। बुधवार बाद दोपहर रिपोर्ट जारी होगी। छह नए केस जो मिले हैं, इनमें से पांच लोग अस्पताल में दाखिल हैं, वहीं एक मरीज का ओपीडी पर इलाज चल रहा है।
घरों में रखे गमलों का भी पानी बदलते रहें
जिला सिविल सर्जन डा. जयंत आहूजा ने बताया कि डेंगू बुखार को रोकने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इस बुखार के लक्षण नजर आने पर लोग सिविल अस्पताल पहुुंच कर जांच करवाएं। निशुल्क जांच होती है। अस्पताल में डेंगू का वार्ड भी बनाया गया है। डेंगू के बढ़ते केसों को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है। सरकार की तरफ से जारी की गई हिदायतों का पालन करें। घरों के आसपास पानी जमा है तो उसे गड्ढे को मिट्टी डाल कर भर दें ताकि पानी जमा न हो सके। घरों में पानी के बर्तनों की भी नियमित रूप से सफाई रखें। घरों में रखे गमलों का भी पानी बदलते रहें।
लोगों ने सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करवाने व फोगिंग करवाने की उठाई मांग
संवाद सूत्र, सफीदों मे डेंगू बुखार का प्रकोप जारी है। बुखार पीड़ितों की अस्पतालों में लाइन लगी हैं। उपमंडल के केवल उन्हीं रोगियों के घरों के आसपास दवा की फोगिंग कराई गई है, जहां परीक्षण पर रोगी पाजिटिव पाए गए। ग्रामीण क्षेत्रों में तो बड़ी संख्या में लोग गांवों मे उपचार व अनाधिकृत लोगों से दवाएं ले रहे हैं। काफी लोग यहां निजी अस्पतालों में उपचाराधीन हैं। दिक्कत यह है कि रोगियों के नमूने लेकर परीक्षण नहीं हो पा रहा है। इसलिए डेंगू की पुष्टि ना हो पाने के कारण फोगिंग का काम सप्ताह भर से लगभग बंद है। नागरिक अस्पताल में डेंगू के परीक्षण की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
सैंपल जींद की प्रयोगशाला से करवाना होता है। डाक्टर हालांकि यह कह रहे हैं कि ठंड शुरू होने से इस रोग का प्रकोप कुछ कम हो गया है। लेकिन अस्पतालों में बुखार पीड़ितों की भीड़ लगी रहती है। उपमंडल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुआना के क्षेत्र में 40 गांव शामिल हैं और इनमें केवल आठ गांवों के उन्हीं मोहल्लों मे फाेगिंग कराई गई है। जहां रोगी को पाजिटिव घोषित किया गया। मुआना जिले का सबसे बड़ा गांव है। जहां सबसे ज्यादा डेंगू के मामले पाजिटिव मिले। लेकिन वहां भी डेंगू मरीजों के के घरों के आसपास तक ही फोगिंग की गई है। लोगों ने प्रशासन से नगर में सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करवाने व फोगिंग करवाने की मांग की है।