हरियाणा के जींद में दिल्ली पुलिस टीम पर हमला, पोल्ट्री फार्म के लेबरों ने तेजधार हथियार लेकर दौड़ाया
हरियाणा के जींद में दिल्ली पुलिस टीम पर हमला हुआ। पोल्ट्री फार्म के लेबरों ने टीम पर तेजधार हथियार से हमला किया। साथ ही ट्रेक्टर से उनकी गाड़ी को टक्कर भी मारी। पुलिस टीम दुष्कर्म के आरोपित को पकड़ने जींद आई हुई थी।
जींद, जागरण संवाददाता। जींद के गांव सरफाबाद के एक पोल्ट्री फार्म से दुष्कर्म के मामले में भगौड़े घोषित आरोपित को पकड़ने आई दिल्ली के रनहोला थाना पुलिस की टीम पर हमला कर दिया। पोल्ट्री फार्म पर मौजूद लेबर ने पुलिस कर्मियों पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया और बाद में ट्रैक्टर से उनकी गाड़ी को टक्कर मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया। दिल्ली पुलिस की टीम पर हमला होने का पता चलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपित वहां से फरार हो गए। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को नामजद करके अन्य के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने, हमला करने का मामला दर्ज किया है।
2021 में दर्ज किया था दुष्कर्म का मामला
दिल्ली के रनहोला थाने में तैनात एसआइ प्रीतम सिंह ने सफीदों सदर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि दिल्ली पुलिस ने सुनील उर्फ अंकित के खिलाफ वर्ष 2021 में दुष्कर्म का मामला दर्ज किया था। उस मामले में आरोपित सुनील उर्फ अंकित को अदालत ने भगौड़ा घोषित किया हुआ है। उनको सूचना मिली थी कि आरोपित सुनील उर्फ अंकित गांव सरफाबाद स्थित अग्रवाल पोल्ट्री फार्म पर टीकाराम नाम के एक व्यक्ति के पास रह रहा है। सोमवार रात को उसके साथ एएसआइ राकेश कुमार, सिपाही पवन कुमार के साथ पोल्ट्री फार्म पर छापेमारी की। जहां पर जाते ही सबसे पहले वहां पर टीकाराम नाम का व्यक्ति मिला। उसको आइकार्ड दिखाकर बताया कि उनको सुनील उर्फ अंकित की तलाश है।
इतना कहते ही टीकाराम चिल्लाने लगा और पोल्ट्री फार्म की दूसरी लेबर को बुला लिया। जहां पर कप्तान नाम का एक व्यक्ति कस्सी व जैली लेकर आया और आते ही उनकी टीम पर हमला कर दिया। हमला होता देखकर वह गाड़ी की तरफ जाने लगे, लेकिन इसी दौरान आरोपित कप्तान सिंह ने वहां पर खड़े ट्रैक्टर को स्टार्ट करके उनकी गाड़ी को टक्कर मार दी। इसमें उसकी गाड़ी के शीशे टूटे गए। बाद में उन्होंने खेतों की तरफ से भागकर जान बचाई। बाद में स्थानीय पुलिस ने को सूचित किया। हमले की सूचना पाकर पुलिस सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक हमला करने के आरोपित फरार हो चुके थे। पुलिस ने इस मामले में टीकाराम, कप्तान को नामजद करके अन्य पर हमला करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है।