Parali Problem: अंबाला में सैटेलाइट के माध्यम से पराली जलाने के 200 केस दिखाए, 49 जगहों पर मिली आगजनी
दीपावली पर पटाखे छोड़े जाने से एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ सकता है। धान की पराली से हवा में धुंआ और धूल कणों से स्माग बनने लगा है। जिससे सांस लेने में मुश्किल हो गया है। वहीं लोगों की आंखों में जलन होने लगी है।
जागरण संवाददाता, अंबाला। कमीशन फार एयर क्वालिटी मैनेजमैंट व कृषि एवं कि सान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. सुमिता मिश्रा की अध्यक्षता में अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, जीन्द, कैथल, फतेहाबाद के उपायुक्तों के साथ वीसी के माध्यम से खेतों में जलाई जा रही पराली को रोकने के दृष्टिगत तथा वायु की गुणवत्ता बारे चर्चा की गई। इस मौके पर कृषि विभाग के महानिदेशक डा. हरदीप सिंह भी मौजूद रहें। वीसी में रैड जोन तथा येलो जोन वाले गांवेां के एएफएल रिकार्ड का भी अवलोकन भी किया गया। कमीशन फार एयर क्वालिटी मैनेजमेंट व कृषि विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव ने जिला में उपायुक्त के प्रयासों से इस साल एएफएल की घटनाओं में अंबाला में काफी कमी आई है।
खेतों में आगजनी के केसों में काफी कमी
पिछले साल के मुकाबले खेतों में आगजनी के केसों में काफी कमी आई हैं। पिछले साल करीब 756 केस थे, जबकि इस साल में सैटेलाइट के माध्यम से अब तक 200 केस दिखाए गए थे, जिनमें से 49 जगहों पर ही आगजनी की घटना पाई गई हैं। इसी प्रकार वायु की गुणवत्ता में भी पहले के मुकाबले काफी सुधार हुआ हैं। पिछले वर्ष अक्तूबर 2020 में करीब एक्यूआई 226 दर्ज की गई थी और इस साल इसमें काफी सुधार हुआ है और इस वर्ष अक्तूबर 2021 में एक्यूआई 133 दर्ज की गई है।
पटाखों के छोड़ने से बढ़ेगा प्रदूषण का स्तर
वहीं दीपावली पर पटाखे छोड़े जाने से एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ सकता है। धान की पराली से हवा में धुंआ और धूल कणों से स्माग बनने लगा है। जिससे सांस लेने में मुश्किल हो गया है। वहीं लोगों की आंखों में जलन होने लगी है। नेत्र चिकित्सकों के पास भी ओपीडी बढ़ने लगी है। पिछले साल दीपावली पर्व पर एयर क्वालिटी इंडेक्स हाई पहुंच गया था। क्योंकि दीपावली के दिन पराली जलाने के साथ पटाखे भी बहुत छोड़े गये। इससे स्माग बन गया। अभी भी लोग पटाखें छोड़ने लगे हैं। इसके कारण आगे भी से प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है। जिससे एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने की उम्मीद है।