निजी और सरकारी स्कूलों को अपलोड करना होगा छात्रों का डाटा, इस वजह से नियम लागू Panipat News
प्रश्न पत्र की छपाई के लिए स्कूल इंचार्ज को नौवीं और 11वीं के विद्यार्थियों का डाटा अपलोड करना होगा। इसी संख्या के आधार पर प्रश्नपत्रों की छपाई होगी।
पानीपत, जेएनएन। निजी और सरकारी स्कूलों को नौंवी व 11 वीं कक्षा के विद्यार्थियों का डाटा हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करना है। इस डाटा के आधार पर ही बोर्ड वार्षिक परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र की छपाई करवाएगा। डाटा अपलोड करने की अंतिम तिथि 18 दिसंबर है।
हरियाणा बोर्ड से मान्यता प्राप्त निजी, सरकारी सहायता प्राप्त व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में मार्च के प्रथम सप्ताह में वार्षिक परीक्षाएं होती है। नौवीं व 11 वीं कक्षा में अलग-अलग संकायों में बच्चे नामांकन कराते हैं। छात्र संख्या के हिसाब से ही बोर्ड प्रश्न पत्रों की छपाई करवाता है। सर्वप्रथम स्कूलों से छात्र संख्या संग्रह किया जाता है।
विद्यालय शिक्षा बोर्ड मुख्यालय ने वार्षिक परीक्षा मार्च 2020 के लिए प्रश्न पत्रों की छपाई से पहले इन विद्यार्थियों को डाटा मांगा है। स्कूल संचालक बोर्ड की वेबसाइट पर 19 नवंबर से ऑनलाइन डाटा अपलोड करेंगे। विषयवार अपलोड करने के निर्देश दिए गए है। डाटा अपलोड करने के दौरान किसी तरह की त्रुटि के लिए स्कूल इंचार्ज जिम्मेवार होगा। विभागीय कार्रवाई का हकदार होंगे।
प्रश्न पत्र खर्च 50 रुपये प्रति छात्र
डाटा संग्रह करने के बाद प्रत्येक विद्यार्थी को प्रश्न पत्र के लिए 50 रुपये खर्च करना पड़ेगा। इसका भुगतान ऑनलाइन करना पड़ेगा। स्कूलों में किसी भी सूरत में नकदी राशि नहीं ली जाएगी।
500 रुपये लगेगा जुर्माना
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव राजीव प्रसाद ने बताया कि निर्धारित अंतिम तिथि के बाद एकमुश्त 500 रुपये जुर्माना लगेगा। प्रश्न पत्र खर्च के बिना भेजी गई सूचना मान्य नहीं होगी।