Dengue Alert: यमुनानगर में मौसम में ठंडक के बावजूद कम नहीं हो रहा डेंगू का डंक, 140 रिपोर्ट लंबित
डेंगू के साथ-साथ वायरल में भी मरीजों की प्लेटलेट्स गिर रही है। ऐसे में प्लेटलेट्स की मांग भी बढ़ रही है। रक्तदानी संस्थाओं के पास लगातार इस संबंध में काल आ रहे हैं। निजी ब्लड बैंकों से भी लोग प्लेटलेट्स की मांग कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर। डेंगू का डंक अभी कम नहीं हो रहा है। अब मौसम में ठंडक आ गई है, लेकिन डेंगू के मरीज अभी भी मिल रहे हैं। हालांकि रविवार को कोई नया मरीज नहीं मिला, लेकिन अभी 140 सैंपलों की रिपोर्ट लंबित है। जिससे डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। अब तक स्वास्थ्य विभाग की ओर से 2598 सैंपल भेजे जा चुके हैं। जिसमें 172 की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। इसमें 43 मरीज प्राइवेट अस्पतालों व लैब से लिए गए सैंपलों से आए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार उन क्षेत्रों में सर्वे किया जा रहा है। जहां पर डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। अभी तक चार लाख 75 हजार 642 घरों का सर्वे किया गया है। इनमें से छह हजार 139 घरों में लारवा मिला है। जिस पर नोटिस भी दिए गए हैं। अभी भी लोगों के घरों में कूलरों, फ्रिज व गमलों में जमा पानी में लारवा मिल रहा है। जबकि स्वास्थ्य विभाग लगातार लोगों से अपील कर रहा है कि वह अपने घरों के अंदर पानी जमा न होने दें।
पांच साल का टूटा रिकार्ड
वर्ष - डेंगू मरीज
2016 - 65
2017 - 70
2018 - 42
2019 - 51
2020 - 42
2021 - 172
प्लेटलेट्स की बढ़ रही मांग
डेंगू के साथ-साथ वायरल में भी मरीजों की प्लेटलेट्स गिर रही है। ऐसे में प्लेटलेट्स की मांग भी बढ़ रही है। रक्तदानी संस्थाओं के पास लगातार इस संबंध में काल आ रहे हैं। निजी ब्लड बैंकों से भी लोग प्लेटलेट्स की मांग कर रहे हैं। सरकारी ब्लड बैंक की बात करें, तो यहां से 30 से 35 यूनिट तक रोजाना मरीजों के लिए दी जा रही है।
जूस व नारियल पानी का करें सेवन
फिजिशियन डा. नितिन गुप्ता ने बताया कि प्लेटलेट्स कम होने का मतलब डेंगू नहीं है। वायरल में भी प्लेटलेट्स गिर जाती है। यदि किसी को डेंगू की पुष्टि हो जाए, तो वह दवाई लेता रहा। घबराने की जरूरत नहीं है। इसमें जूस, नारियल पानी, आेआरएस का सेवन करते रहे, क्योंकि डेंगू में शरीर का पानी खत्म होने का खतरा रहता है। जिसमें ही प्लेटलेट्स तेजी से गिरती हैं। यदि प्लेटलेट्स 30 हजार तक आ जाए, तो मरीज को एडमिट करने की जरूरत पड़ती है।