फाइलों और घोषणाओं तक सीमित हुई डेयरी शिफ्टिंग की प्रक्रिया, जानें कब बेसहारा पशुओं को मिलेगा सहारा
फाइलों और घोषणाओं तक सीमित हुई डेयरी शिफ्टिंग की प्रक्रिया। ब्राह्मण माजरा पंचायत को ट्रांसफर करनी है 18 एकड़ जमीन। ब्राह्मण माजरा पंचायत को ट्रांसफर करनी है 18 एकड़ जमीन। 5 एकड़ में गोशाला 13 एकड़ में विकसित होगा डेयरी कांप्लेक्स।
अंबाला, जागरण संवाददाता। अंबाला में नगर परिषद सदर क्षेत्र की कालोनी और मुहल्लों में संचालित होने वाली डेयरियों को टांगरी नदी के पार शिफ्ट किया जाना है। नदी के किनारे ब्राह्मण माजरा पंचायत की 18 एकड़ जमीन में गोशाला और डेयरी कांप्लेक्स बनाया जाना है। इसमें 13 एकड़ में डेयरी कांप्लेक्स और 5 एकड़ में गोशाला बनाए जाने का प्रस्ताव है। यह प्रस्ताव अभी फाइलों में ही चल रही है। क्योंकि ब्राह्मण माजरा पंचायत के सरपंच को अभी तक नगर परिषद की तरफ से जमीन ट्रांसफर करने संबंधी कोइ पत्राचार नहीं किया गया। जबकि सरपंच के मुताबिक नगर परिषद और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने गोशाला और डेयरी कांप्लेक्स के लिए जमीन चिंहित करने के लिए सर्वे की औपचारिकता पूरी कर चुकी है। इसके लिए बकायदे धनराशि भी सरकार से मिल गई, लेकिन अभी तक यह परियोजना मूर्तिरूप नहीं ले सका।
13 एकड़ में डेयरी काप्लेक्स का प्रस्ताव
ब्राह्मण माजरा में करीब 13 एकड़ में डेयरियां शिफ्ट होंगी। डेयरियों को शिफ्ट करते समय यह भी देखा जाएगा कि किसके पास कितनी गाय अथवा भैंस हैं। प्रत्येक डेयरी संचालक के लिए अलग अलग पानी से लेकर दुधारू पशुओं को रखने के लिए शेड और फर्श का निर्माण होगा। सभी निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इसे डेयरी कांप्लेक्स का नाम दिया जाएगा।
डेयरियों के मलवे से जाम होती है नालियां
छावनी के रिहायशी क्षेत्र में स्थिति ग्वाल मंडी के घर-घर चलने वाली डेयरियों से रोजाना निकलने वाले मलवे से नाले और नालियां जाम हो जाते है। इसकी सफाई करने में नगर परिषद की टीम को परेशानी होती है। अगर यह डेयरियां जल्द शिफ्ट न की गई तो जलनिकासी के लिए अंबाला छावनी में बिछाई जा रही सिवरेज लाइन भी जाम होने का खतरा रहेगा।
बेसहारा पशुओं को मिलेगा सहारा
सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं को पकड़कर नगर परिषद गोशाला में रखेगा। इसके लिए 5 एकड़ में गोशाला का निर्माण भी ब्राह्मण माजरा गांव में कराया जाना है। इस गोशाला में गोवंशों की देखरेख से लेकर चारे व अन्य व्यवस्था नगर परिषद करेगा। गाेशाला में गोवंशों की एंट्री के समय मेडिकल जांच की भी व्यवस्था की जानी है।