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निगम कार्यालय में काउंटरों पर उपभोक्ताओं की भीड़, घर तक नहीं पहुंच रहे बिल

बिजली निगम कार्यालय में काउंटरों पर उपभोक्ताओं की भीड़ कम नहीं हो रही। हर रोज पानीपत सर्कल कार्यालय के अलग-अलग सब डिवीजन कार्यालयों में सैकड़ों उपभोक्ता अपनी समस्या लेकर पहुंच रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Feb 2021 07:35 AM (IST)Updated: Sat, 27 Feb 2021 07:35 AM (IST)
निगम कार्यालय में काउंटरों पर उपभोक्ताओं की भीड़, घर तक नहीं पहुंच रहे बिल
निगम कार्यालय में काउंटरों पर उपभोक्ताओं की भीड़, घर तक नहीं पहुंच रहे बिल

जागरण संवाददाता, पानीपत : बिजली निगम कार्यालय में काउंटरों पर उपभोक्ताओं की भीड़ कम नहीं हो रही। हर रोज पानीपत सर्कल कार्यालय के अलग-अलग सब डिवीजन कार्यालयों में सैकड़ों उपभोक्ता अपनी समस्या लेकर पहुंच रहे हैं। किसी का बिल घर नहीं पहुंच रहा है तो किसी का गलत आ रहा है। निगम द्वारा पिछले माह रीडिग लेने और बिल बांटने वाली कंपनी बदलने के बावजूद उपभोक्ताओं को राहत नहीं मिल रही हैं। शुक्रवार को भी माडल टाउन, सनौली रोड व सब अर्बन सब डिवीजन कार्यालयों में काउंटरों पर उपभोक्ताओं की भीड़ लगी रही। बिल भरने वाले काउंटरों पर भी उपभोक्ताओं के बीच मार मारी दिखी।

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चीफ इंजीनियर ने दिए निर्देश

उपभोक्ताओं की समस्याओं के निवारण को लेकर पिछले सप्ताह ही बिजली निगम के चीफ इंजीनियर रोहतक ने हर सब डिवीजन में खुले दरबार लगाने के निर्देश जारी किए थे। ताकि उपभोक्ताओं को चक्कर न काटने पड़े। उनके निर्देशानुसार सप्ताह के हर वीरवार को एसडीओ अपने सब डिवीजन कार्यालय में सुबह दस से दो बजे तक और शनिवार को गांव लेवल पर खुले दरबार लगाएंगे। जिनकी रिपोर्ट भी अधिकारियों को भेजनी होगी। चौदह माह से बिल नहीं आ रहा - सिवाह निवासी अशोक ने बताया कि वह खेतीबाड़ी करता है। घर पर बिजली कनेक्शन है। पिछले चौदह माह से घर बिल नहीं आ रहा है। जब भी भरना होता है तभी बिजली कार्यालय आकर निकलवाकर ही भरता हूं। रूटीन में बिल घर पहुंचे तो कम पैसे भरने पड़ेंगे। बिल न मिलने पर कई हजार भरने पड़ते हैं। इससे ज्यादा बोझ पड़ता है। गलत बिल भेज दिया -- काबड़ी रोड कुलदीप नगर निवासी राजपाल सिंह ने बताया कि वह रूटीन में हर माह बिजली बिल भर रहे हैं। निगम की तरफ से अब 62 हजार रुपये का बिल बनाकर भेज दिया गया। अब बिल को ठीक कराने के लिए कई दिनों से चक्कर लगा रहा हूं। कोई किसी के पास तो कोई किसी के पास भेज देता है। काम छोड़ काट रहा हूं चक्कर -- काबड़ी निवासी शैलेंद्र ने बताया कि वह फैक्टरी में काम करता है। हर माह बिजली बिल भरता है। महीने में 600 से 700 रुपये का बिल आता था। लेकिन इस माह 40 हजार का बिल भेज दिया। बिल को ठीक कराने के लिए चक्कर काट रहा हूं। चार सौ रुपये की दिहाड़ी कट गई। बिल नहीं हो रहा जमा -- सिवाह निवासी जयनारायण ने बताया कि बिल भरने के लिए निगम कार्यालय आया हूं। करीब एक घंटे से बारी का इंतजार कर रहा था। नंबर आया तो काउंटर पर बैठे कर्मचारी ने दूसरे के पास भेज दिया। वहां गया तो उसने उसी के पास जाने के लिए कहां। बिल कोन लेगा, ये ही पता नहीं लग रहा। नई कंपनी को मिला है काम -- उपभोक्ताओं के लिए गले की फांस बनी गलत बिलिग व रीडिग की परेशानी को देख उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम ने पानीपत में बीसीआइटीएस कंपनी से करार खत्म कर जनवरी 2021 से नई कंपनी इनवेटिव सॉफ्टवेयर साल्यूशन को सौंपा है। बीसीआइटीएस कंपनी तीन साल से जिले में मीटर रीडिग व बिल तैयार करने का काम कर रही थी। लेकिन नई कंपनी के काम संभालने के बावजूद भी समस्या खत्म नहीं हो रही है। मामले को लेकर कंपनी के अधिकारी ललित शर्मा से बात करनी चाही, लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं की। सबअर्बन सबडिवीजन के एसडीओ आदित्य कुंडू ने कहा कि बिल गलत संबंधी समस्या अब नहीं है। दरअसल, पहले कई उपभोक्ताओं ने कम रीडिग दर्ज कराई थी। अब पूरी रीडिग होने के कारण उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं। उपभोक्ता को बिल ज्यादा दिख रहा है।


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