Crime News: कैथल में करंट लगने से चौकीदार झुलसा, आरोपित ने इलाज का खर्चा देने से किया मना, जानें मामला
कैथल पुलिस को दी शिकायत में सलेमपुर वार्ड नंबर दस निवासी रवि कुमार ने बताया कि उसका पिता राजेन्द्र कुमार गांव सदरहेड़ी निवासी गोरा लाल मित्तल के भट्ठे पर चौकीदार का कार्य करता था। 20 सितंबर को काम पर गया।
कैथल, जागरण संवाददाता। कैथल में इसी साल 20 सितंबर को गांव सदरहेड़ी में शौचालय की तराई करते समय चौकीदार करंट लगने से झुलस गया था। पीजीआइ चंडीगढ़ में इलाज हुआ। भट्ठा संचालक ने इलाज का खर्च उठाने की बात कही थी, लेकिन बाद में इलाज करवाने से इंकार कर दिया। पुलिस ने चौकीदार के बेटे की शिकायत पर भट्ठा संचालक के विरुद्ध केस दर्ज किया है।
पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार
पुलिस को दी शिकायत में सलेमपुर वार्ड नंबर दस निवासी रवि कुमार ने बताया कि उसका पिता राजेन्द्र कुमार गांव सदरहेड़ी निवासी गोरा लाल मित्तल के भट्ठे पर चौकीदार का कार्य करता था। 20 सितंबर को काम पर गया तो भट्ठा संचालक गोरा लाल मित्तल ने कहा कि जो नए शौचालय बनाए गए हैं, उन पर पानी की तराई अच्छी तरह से कर दो, उसके पिता ने कहा कि पहले खाना खा लेता हूं, इसके बाद कर दूंगा, लेकिन आरोपित ने कहा कि पहले तराई कर दो, फिर खाना-खा लेना। इसके बाद उसके पिता ने शौचालय की तराई के लिए डिब्बे से पानी फेंका तो ऊपर से गुजर रहे हाई वोल्टेज तार में आए करंट की चपेट में आ गया। करंट लगने से उसका पिता झुलस गया।
इलाज पर आया था लाखों रुपये का खर्चा
इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने हालत को देखते हुए पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर कर दिया। आरोपित ने कहा कि इलाज का सारा खर्च वह देगा। चिकित्सकों ने इलाज का खर्च 15 लाख रुपये बताया, जब उसने आरोपित को फोन किया तो गुमराह करने लगा। बार-बार कहने के बावजूद कोई पैसा नहीं दिया। आरोपित के झूठे आश्वासन से तंग आकर उसने जमीन गिरवी रखकर पैसों का प्रबंध करते हुए उसके पिता का इलाज करवाया। आरोपित उसके पिता का हाल-चाल जानने तक नहीं आया। किसी भी तरह की आर्थिक सहायता नहीं की। आरोपित ने जबरदस्ती करते हुए तराई का काम दिया। इस कारण यह हादसा हुआ है।
जांच अधिकारी के अनुसार
मामले के जांच अधिकारी एचसी बलजोर सिंह नेबताया कि पुलिस ने आरोपित के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया है।