क्रेडिट कार्ड हैक करके लेक्चरर से 1.21 लाख रुपये ठगे
जागरण संवाददाता पानीपत ठगों ने खुद को बैंक कर्मचारी बताकर क्रेडिट कार्ड हैक कर लिय
जागरण संवाददाता, पानीपत : ठगों ने खुद को बैंक कर्मचारी बताकर क्रेडिट कार्ड हैक कर लिया। रिवार्ड प्वाइंट बढ़ाने का झांसा देकर ऑनलाइन एक लाख 21 हजार 735 रुपये की ठगी कर ली। वारदात को 20 मिनट मे अंजाम दिया गया। कोरोना संकट, लॉकडाउन के बाद से पीड़ित लेक्चरर ड्यूटी पर भी नहीं जा पा रहा है।
एक इंजीनियरिग कॉलेज में लेक्चरर रहे सेक्टर-18 के प्रदीप कुमार ने बताया कि आरबीएल बैंक में खाता है। उसके क्रेडिट कार्ड की लिमिट 1.66 लाख रुपये थी। शनिवार को दोपहर बाद शाम तीन बजे एक व्यक्ति ने कॉल कर बताया कि वे आरबीएल बैंक की कर्मचारी है। आपके क्रेडिट कार्ड के रिवॉर्ड प्वाइंट बढ़ाने हैं। बैंक के रिसेप्शन व अधिकारियों की कॉल आएगी और वे जो जानकारी मांगेंगे दे देना। उसने बात की। इसके बाद कॉल आई और उसके मोबाइल फोन पर दो मैसेज आए। उसने तब नहीं देखा। कॉल कटी तो मैसेज देखे। पेटीएम से 24745 और फिलिप कार्ट से 96990 रुपये की ट्रांजेक्शन कर ली गई। उसने बैंक के कस्टमर केयर में कॉल कर क्रेडिट कार्ड बंद कराया। उसके क्रेडिट कार्ड में 45265 रुपये बचे हैं।
ठगों के पास उसकी क्रेडिट नंबर, पैन कार्ड, ई-मेल आइडी सहित अन्य जानकारी थी। ठगों ने मैसेज भी डिटिल कर दिए। आरोप है कि बैंक के कर्मचारी भी ठगों के साथ मिले हुए हैं। इस बारे में सेक्टर 13-17 थाना प्रभारी कमलजीत का कहना है कि मामला दर्ज करके ठगों की तलाश शुरू कर दी है।
क्रेडिट कार्ड हैक कर सेल्स मैनेजर से 25831 रुपये ठगे
जागरण संवाददाता, पानीपत : ठग ने खुद को एसबीआइ क्रेडिट कार्ड ब्रांच की कर्मचारी बताकर हेल्थ इंश्योंरेंस कंपनी के सेल्स मैनेजर को क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा दे क्रेडिट कार्ड व ई-मेल आइडी हैक कर 25831 रुपये की ऑनलाइन ठगी कर ली। ठगी की वारदात में दो महिला व एक पुरुष शामिल है।
जीटी रोड स्थित स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी के सेल्स मैनेजर मॉडल टाउन के राजेश कुमार ने बताया कि डेढ़ साल पहले उसने एसबीआइ का क्रेडिट कार्ड बनवाया था। 21 अगस्त को दोपहर बाद 2:15 बजे एक महिला ने कॉल कर बताया कि वे एसबीआइ क्रेडिट कार्ड ब्रांच से बोल रही है। आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट 40 हजार से बढ़ाकर 1.50 लाख रुपये करनी है। उसके कार्ड में 10 हजार रुपये बैलेंस था। उससे कहा कि कार्ड में कम रुयये हैं। 26000 रुपये और जमा करा दे। बाद में खाते से कार्ड में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। उसने तसल्ली के लिए बैंक के मुंबई कार्यालय से संपर्क किया। उसे विश्वास हो गया और दोस्त के खाते से कार्ड में रुपये ट्रांसफर कर दिए। 3:15 बजे कार्ड में रुपये आ गये। इसके बाद कॉल आई कि ई-मेल आइडी भेज दे। आपका पहले का कार्ड बंद कर दूसरा कार्ड मुहैया करा दिया जाएगा। ई-मेल आइडी भेजते ही उसके कार्ड से 25831 रुपये हाउसिग कॉम में ट्रांसफर कर लिए गए। उसने कारण पूछा तो एक पुरुष ने कॉल कर बताया कि रुपये एफडी हो गए हैं। उसे बातों में उलझाकर ठग लिया गया। एक घंटे तक बैंक का टोल फ्री नंबर नहीं मिला। 4:30 बजे उसका नंबर ब्लाक कर दिया गया। उसने दोस्त के फोन से फिर से संपर्क किया, लेकिन उसके रुपये वापस नहीं किए गए उल्टा उसे ही दोषी ठहरा दिया गया। ठग ने डिटेल भी डिलिट कर दी।
इसके बाद उसने रिजर्व बैंक और डीजीपी को शिकायत भेजी। मॉडल टाउन थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि ठगी का मामला दर्ज करके ठगों की तलाश की जा रही है।
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किसी भी अनजान व्यक्ति को बैंक खाते, डेबिड व क्रेडिट कार्ड, ई-मेल आइडी के बारे में जानकारी न दें। बैंक द्वारा क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने की कॉल नहीं की जाती है। ठग ही ऐसी कॉल करते हैं।
कमल गिरधर, लीड बैंक मैनेजर