Covid-19 Vaccination : लापरवाही पड़ सकती है भारी, पानीपत में वैक्सीनेशन की गति धीमी
पानीपत के लोगों को लापरवाही भारी पड़ सकती है। कोरोना वैक्सीन के लिए न अधिकारी पहल कर रहें न लोग जागरूक दिख रहे। पानीपत में अभी तक 26.70 लाभार्थियों को पहली मात्र 3.88 को दूसरी डोज लग पाई है।
पानीपत, जेएनएन। पानीपत में वैक्सीनेशन की गति धीमी है। स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों से जिला स्तर के अधिकारियों को फटकार भी मिल चुकी है। आंकड़ों की बात करें तो 9.15 लाख 440 लाभार्थियों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगना है। अभी तक मात्र जिला में 26.70 लाभार्थियों को पहली और 3.88 को दूसरी डोज लगी है।
दूसरी डोज लगवाने वाले 45 प्लस आयु के हैं। सीधा अर्थ, मात्र 3.88 फीसद लाभार्थी कोरोना संक्रमण से सुरिक्षित हुए हैं। उधर, दस दिन बाद बुधवार को सबसे कम 587 लाभार्थियों को टीका लगाया गया। जून में इससे पहले सबसे कम छह जून को 553 को टीका लगा था। दरअसल, जिला में 18 से 44 साल आयु वर्ग के 5.39 लाख 240 लाभार्थी हैं। 45 साल और इससे अधिक आयु के 2.76 लाख 200 लाभार्थी हैं, जिन्हें काेरोना वैक्सीन की डोज लगनी है। 18 से 44 साल आयु वर्ग में 13.52 फीसद को पहली डोज लगी है। दूसरी डोज तीन दिन से लगनी शुरू हुई है, संख्या अभी सैंकडों में है।
45 प्लस आयु वर्ग में 75.66 फीसद पहली डोज लगवा चुके हैं।वैक्सीनेशन के नोडल अधिकारी डा. मनीष पासी ने बताया कि बुधवार को 269 ने पहली और 318 ने दूसरी डोज लगवाई। कम वैक्सीनेशन का कारण डोज की कमी होना रहा। हालांकि, वीरवार के लिए भरपूर स्टाक मिल गया है।
सैनी कालोनी में दादी-पौत्री, दीवान नगर में मां-बेटी संक्रमित
सिविल सर्जन डा. जितेंद्र कादियान ने बताया कि बुधवार को कोरोना संक्रमण के 12 मरीज मिले, आठ रिकवर हुए हैं। संक्रमितों में सैनी कालोनी की दादी-पौत्री, दीवान नगर की मां-बेटी शामिल हैं। इनके अलावा बापौली, पलहेड़ी, विकास नगर, राजीव कालोनी, वैसर, उरलाना, मतलौडा, डुमियाना में एक-एक केस मिले हैं।
79 एक्टिव केस
जिला में मिले 31 हजार 15 पाजिटिव में से 30 हजार 306 रिकवर हो चुके हैं। 97 एक्टिव, एक मरीज लापता है। अभी तक 629 की मौत हो चुकी है। इनमें 116 मौत ऐसी हैं जो दूसरे जिलों में पानीपत वासियों की हुई हैं।