पार्षदों के कोटे की लाइट कोविड के लिए बन रहे अस्थायी अस्पताल में लगीं
शहर में लगने वाली स्ट्रीट लाइट अब बाल जाटान में बनाए जा रहे अस्थायी कोविड अस्पतल में लगाई जा रही हैं। 10 से 11 मई तक इस अस्पताल के चालू होने की उम्मीद है। जो भी संसाधन निगम के पास उपलब्ध हैं उन्हें लगाया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर में लगने वाली स्ट्रीट लाइट अब बाल जाटान में बनाए जा रहे अस्थायी कोविड अस्पतल में लगाई जा रही हैं। 10 से 11 मई तक इस अस्पताल के चालू होने की उम्मीद है। जो भी संसाधन निगम के पास उपलब्ध हैं उन्हें लगाया जा रहा है।
पिछले दो साल से नगर निगम पूरे शहर में स्ट्रीट लाइटें नहीं लगा पाया। पार्षदों के कोटे के लाइट बची हुई हैं। शहर में लाइटें नहीं लगने के कारण हाउस की बैठकों में मामला गरमा चुका है। हालांकि कोविड मरीजों के लिए बनाए जा रहे अस्थायी अस्पताल के लिए सरकार ने विशेष बजट जारी किया है। उसके बाद भी सिटी में लगने वाली स्ट्रीट लाइट से काम चलाया जा रहा है। महंगी हुई लाइट
पिछले दो माह में तांबे के रेट 500 से बढ़कर 950 रुपये किलो तक पहुंच गए। यही हालत पीवीसी की बनी हुई। कच्चे माले रेट बढ़ जाने का कारण इलेक्ट्रिक वायर, पंखे, स्ट्रीट लाइट सब महंगे हो चुके हैं। निगम के स्टाक में लाइट होने से राहत मिली । इस संदर्भ में नगर निगम के चीफ इंजीनियर महीपाल का कहना है कि इमरजेंसी में जरूरत पड़ गई है, इसीलिए लाइट अस्पताल में लगाई जा रही। अस्पताल अस्थायी है। बाद में इन लाइट को शहर में लगा दिया जाएगा।