लापरवाही और अनदेखी से बढ़ रहा कोरोना, कुरुक्षेत्र में 4420 पहुंचा संक्रमितों का आंकड़ा
मास्क और शारीरिक दूरी तक नहीं रख रहे लोग ऐसे में कोरोना का संक्रमण लगातार फैल रहा। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की जागरूकता और सख्ती का भी असर नहीं दिख रहा।
पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। लोगों की लापरवाही और अनदेखी से कोरोना का संक्रमण लगातार फैलता जा रहा है।शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव का आकड़ा 4420 पहुंच गया है। अब प्रदेश के टॉप पांच जिलों में चौथे नंबर पर कुरुक्षेत्र है। मौत का आकड़ा भी 70 पार कर 72 पर पहुंच गया है। यह सब लापरवाही की हदे पार होने से हुआ है। यही स्थिति बनी रही तो आने वाला समय बेहद ही खतरनाक तस्वीर लेकर आएगा।
कुरुक्षेत्र शुरुआती दिनों में कोरोना से दूर था। 10 अप्रैल को तरावड़ी की युवती और सेक्टर-17 का एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव आए थे। उस वक्त दो केस आने पर हर कोई हैरान हो गया था।कोरोना से पहली मौत छह जुलाई को हुई थी। अब अनलॉक के साथ लोगों की लापरवाही बढ़ती चली गई है।
कुरुक्षेत्र में 4420 कोरोना पॉजिटिव अब तक आए
जिला सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने शक्रवार देर सायं जारी एक हेल्थ बुलेटिन में बताया कि जिले में कोरोना वायरस के 135 नए संक्रमित केस सामने आए हैं। इसके साथ कोरोना पॉजिटिव दो मरीजों की मौत भी हुई है। वहीं 128 मरीजों को कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने पर डिस्चार्ज कर दिया गया है। जिले से अब तक 64308 में से 59022 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जिले में अब तक 4420 पॉजिटिव केस सामने आ चुके है। इनमें से 2658 लोगों को रिपोर्ट नेगेटिव आने पर डिस्चार्ज कर दिया है। अब 72 कोरोना पॉजिटिव की मौत हो चुकी है। जिले में 1690 एक्टिव केस हैं।
कोरोना कैसे बढ़ रहा है उसे समझें
केस 18 जून 18 जुलाई 18 अगस्त 18 सितंबर
पॉजिटिव 96 239 1011 4420
एक्टिव केस 42 69 374 1690
रिकवरी 54 169 620 2658
मौत 00 01 17 72
नोट : आकड़ा सरकार की साइट से लिया गया है।
72 नए कंटेनमेंट और बफर जोन
जिलाधीश एवं उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने बताया कि कोरोना वायरस के फैलाव व रोकथाम के लिए जिला में बोढी, उमरी, पिपली, सिरसमा, न्यू कालोनी समेत 72 नए कंटेनमेंट और बफर जोन बनाए गए हैं। इसके साथ नोडल अधिकारी लगाकर कंट्रोल रूम स्थापित कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि व्यक्ति किसी तरह की सूचना टोल फ्री नंबर 1950 पर दे सकता है। इधर जिले के 31 कंटेनमेंट जोन को डी-नोटिफाइड भी किया है।
ये सावधानी बरतें
जिला सिविल सर्जन डा. सुखबीर ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है, तो उसकी री-सैंपलिंग की कोई आवश्यकता नहीं है। 10 दिन के बाद रोगी दूसरों को संक्रमित नहीं कर सकता। इसलिए मरीजों को 10 दिनों के बाद या पिछले तीन दिन से लक्षण न होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है। प्राथमिक संपर्कों के लिए पिछले 14 दिनों में किसी कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने वाले शामिल होते हैं। संभावना है कि वे भी संक्रमित हो सकते हैं। प्राथमिक संपर्कों के लिए दो बार सैंपलिंग जरूरी है।