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करनाल में संक्रमितों के आंकड़े में कमी, 449 केस मिले, 10 की मौत

हरियाणा के करनाल में काफी दिनों के बाद कोरोना संक्रमण के केसों में कमी देखने को मिली है। सोमवार को 449 कोरोना संक्रमित केस सामने आए हैं। वहीं 10 की मौत हो गई है। प्रशासन ने सावधानी बरतनें की अपील की है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Tue, 04 May 2021 05:50 PM (IST)Updated: Tue, 04 May 2021 05:50 PM (IST)
करनाल में संक्रमितों के आंकड़े में कमी, 449 केस मिले, 10 की मौत
करनाल में कोरेाना संक्रमण से 10 की मौत।

करनाल, जेएनएन। करनाल में काफी दिनों के बाद कोरोना संक्रमण के केसों में कमी देखने को मिली है। सोमवार को 449 कोरोना संक्रमित मिले हैं, जबकि मौत के आंकड़े में कोई बदलाव नहीं हुआ। सोमवार को कोरोना संक्रमण के कारण 10 मरीजों की मौत हुई है। हालांकि अच्छी बात यह है कि 1064 मरीज पहली बार ठीक होकर घर लौटे हैं।

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जिले में अब तक कोरोना वायरस से आशंकित 318852 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं, जिसमें से 289214 की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। जिले में अब तक 29221 संक्रमित मिल चुके हैं, इनमें से 23505 मरीज ठीक होकर घर चले गए। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक जिले में संक्रमण की दर 7.5 प्रतिशत है। जबकि रिकवरी रेट 80.43 तक पहुंची है। अब तक 284 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। इस प्रकार जिले में कोरोना वायरस के 5432 एक्टिव केस है। डीसी ने कहा कि सभी नागरिक लॉकडाउन के नियमों का पालन करें तथा घर पर रहें तथा पैनिक न बनाएं।

मरने वालों में 21 से 30 तथा 31 से 40 वर्ष के बीच ज्यादा

रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना संक्रमण के कारण मरने वालों में 21 से 30 वर्ष और 31 से 40 वर्ष के बीच के ज्यादा केस थे। 45 से ऊपर के व्यक्तियों की कोरोना से कम मृत्यु होने का कारण वैक्सीनेशन की पहली डोज लेना है। पहली डोज 1 लाख 84 हजार लोगों को लगी है, जबकि 4 लाख को लगानी है। इसी प्रकार 18 प्लस के 6 लाख लोगों के लिए भी वैक्सीनेशन लगेगी। ऐसी एक हजार डोज लगाई जा चुकी हैं। अगले तीन-चार दिन में 17 हजार लगाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि फूसगढ़ के सामुदायिक केन्द्र में 250 बैड का कोविड केयर सैंटर बनाया गया था अब इसे कोविड अस्पताल में तब्दील करने जा रहे हैं।

जिले में 448 में से 419 आक्सीजन युक्त बैड भरे

डीसी निशांत कुमार यादव ने बताया कि जिला में 448 ऑक्सीजन युक्त बैड में इनमें से 419 भरे हुए हैं। जबकि आईसीयू के भी 219 बैड मरीजों से भरे हैं। करनाल के केसीजीएमसी में प्रदेश का सबसे बड़ा आईसीयू सैंटर है। शीघ्र ही मेडिकल कॉलेज के लिए 20 मॉनिटर उपलब्ध हो जाएंगे। केसीजीएमसी में ही 10 हजार क्षमता का नया टैंक अगले एक-दो दिन में आ जाएगा। 75 लाख रुपये की लागत से 500 ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदे जाएंगे। इसमें शहर की पीस कमेटी और सरकार का सहयोग रहेगा तथा इस सुविधा से केसीजीएमसी में 200 अतिरिक्त बैड बढ़ाए जा सकेंगे। इसके अतिरिक्त शहर के सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित करने पर काम चल रहा है, यह अगले एक से दो माह में पूरा हो जाएगा। करनाल का ऑक्सीजन कोटा 10 से 12 टन हो गया है। वैंटिलेटर 125 हैं जबकि मात्र 15 रोगी ही वैंटिलेटर पर हैं।


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