कोरोना वैक्सीनेशन : 1526 को पहली, 21 को लगी दूसरी डोज
कोरोना वैक्सीनेशन में पूरी ताकत झोंकने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग पिछड़ रहा है। कुछ केंद्रों में को-वैक्सीन की डोज खत्म होना भी इसका बड़ा कारण बताया गया है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : कोरोना वैक्सीनेशन में पूरी ताकत झोंकने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग पिछड़ रहा है। कुछ केंद्रों में को-वैक्सीन की डोज खत्म होना भी इसका बड़ा कारण बताया गया है। शनिवार को 2700 लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य तय किया गया था। कुल 1547 (57.29 फीसद) लाभार्थी ही टीका लगवाने पहुंचे। दूसरा टीका मात्र 21 लाभार्थियों ने ही लगवाया।
वैक्सीनेशन के नोडल अधिकारी डा. मनीष पासी ने बताया कि शनिवार को 23 सत्र लगाए गए। इनमें 1526 ने पहला और 21 ने दूसरा टीका लगवाया। 34 हेल्थ वर्कर्स ने पहला, 10 ने दूसरा टीका लगवाया। 60 फ्रंटलाइन वर्कर्स ने प्रथम व 11 ने दूसरी डोज लगवाई। 45 से 60 साल आयु वर्ग में (सूचिबद्ध 20 बीमारियों में से किसी एक से ग्रस्त होना जरूरी) 388 को पहला टीका लगा। सीनियर सिटीजन का वैक्सीनेशन के प्रति उत्साह बना हुआ है, 1044 ने पहली डोज लगवाई।
डा. पासी के मुताबिक एक दिन में कोविशील्ड की 143 और को-वैक्सीन की 15 वायल खर्च हुई है। रविवार को सिविल अस्पताल व समालखा स्थित सब डिविजनल अस्पताल में टीकाकरण होगा। लाभार्थियों से अपील है कि अवकाश को वैक्सीनेशन के रूप में मनाएं।
45 वर्ष से अधिक आयु वालों एक अप्रैल से टीका :
कोरोना की दूसरी लहर की आशंका के चलते केंद्र सरकार ने 45 वर्ष या इससे अधिक आयु के सभी लोगों को एक अप्रैल से टीका लगाने का निर्णय लिया है। इनकी संख्या साढ़े तीन लाख से अधिक बताई गई है। लाभार्थी को-विन या आरोग्य सेतू एप पर पंजीकरण कर सकेंगे।
आयु अनुसार अनुमानित लाभार्थी :
45-49 के 83169
50-59 के 133327
60-69 के 80776
70-79 के 38282
80 साल से अधिक 17016