कोरोना की तीसरी लहर की आहट, कुरुक्षेत्र में 5 दिन में 29 बच्चे कोविड पॉजिटिव
कोरोना की तीसरी लहर की वजह से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। वहीं अभी दूसरी लहर का कहर से निपटा जा रहा है। वहीं पांच दिन में जिस तरह से बच्चे कोरोना संक्रमण की जद में आ रहे हैं। उससे तीसरी लहर की आहट लग रही है।
कुरुक्षेत्र, [विनीश गौड़]। कुरुक्षेत्र में पिछले पांच दिन में 29 बच्चे कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। जिनकी उम्र 12 साल से कम है। कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक बताई जा रही है। ऐसे में कहीं यह तीसरी लहर के आने से पहले की आहट तो नहीं। कुछ भी हो कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव कम हो रहा है और तीसरी लहर आने का खतरा बढ़ता जा रहा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की माने तो तीसरी लहर महज अनुमान ही है, लेकिन इसके लिए जागरूक और सतर्क रहने की जरूरत है। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन इसके पुख्ता प्रबंध करने में लग भी गया है।
पहली लहर में बुजुर्गों पर अटैक किया था। दूसरी लहर युवाओं के लिए खतरनाक साबित रही। सरकार को विशेषज्ञों ने तीसरी लहर में बच्चों पर हमले के संकेत दिए हैं। प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक इस हमले से बचने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने में लगे हुए हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को डीसी की वीसी लेकर इस पर खुलकर चर्चा भी की है।
18 मई को 11 बच्चे मिले थे पॉजिटिव
जिले में 21 मई को 12 साल से कम के पांच कोरोना पॉजिटिव बच्चे मिले, जबकि 20 मई को तीन, 19 मई को छह बच्चे कोरोना से प्रभावित मिले। सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव बच्चे 18 मई को मिले। इस दिन 11 मासूम कोरोना वायरस से प्रभावित मिले। वहीं 17 मई को चार बच्चे कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें से कई बच्चे तो दो से तीन साल के ही हैं, जिनकी देखरेख कोरोना ना होने के बाद भी उनकी माताओं ने की।
तीसरी लहर सिर्फ पूर्वानुमान : डा. संतलाल वर्मा
जिला सिविल सर्जन डा. संत लाल वर्मा ने कहा कि तीसरी लहर को लेकर पूर्वानुमान ही लगाया जा रहा है। ऐसा होकर ही रहेगा ऐसा कहा नहीं जा सकता। पिछले साल भी कई बच्चे कोरोना पॉजिटिव हुए थे। बच्चे पॉजिटिव हो रहे हैं और ठीक भी हो रहे हैं। ज्यादातर खतरा वायरस लोड से होता है। इसके अलावा को-मोर्बिडिटी या कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वालों के लिए भी खतरा ज्यादा रहता है। मगर बचाव रखने के लिए हर किसी को जागरूक रहना होगा।