कोरोना को भगाना है, अर्थव्यवस्था वापस लाना है
जागरण संवाददाता पानीपत सरकार ने पूरे शोध के बाद कोविशील्ड और कोवैक्सीन को मंजूरी दी
जागरण संवाददाता, पानीपत : सरकार ने पूरे शोध के बाद कोविशील्ड और कोवैक्सीन को मंजूरी दी है। असंख्य को डोज दी जा चुकी हैं। इसके साइड इफेक्ट नहीं हैं। भारत सरकार सात-आठ देशों को वैक्सीन की लाखों डोज भेज चुकी है। इसी से पता चलता कि भारतीय वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। अब महामारी से निर्णायक जंग जारी है। कोरोना को भगाना है, अर्थ व्यवस्था को पटरी पर लाना है। टीका लगवा चुके चिकित्सकों ने हेल्थ वर्कर्स व आमजन को यह संदेश दिया। अभी तक किसी को दिक्कत नहीं : फोटो 43
राष्ट्रीय बाल, किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. ललित वर्मा ने बताया कि उनकी टीम के अधिकांश सदस्य कोविशील्ड वैक्सीन का टीका लगवा चुके हैं। किसी को दिक्कत नहीं हुई। सभी रोजाना ड्यूटी भी कर रहे हैं। गणतंत्र दिवस की झांकी की रिहर्सल में भी जुटे हैं। सभी की हुई काउंसिलिग
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सिविल अस्पताल की मनोरोग विशेषज्ञ डा. मोना नागपाल ने बताया कि इंटरनेट मीडिया पर चली अफवाह ने हेल्थ वर्कर्स को काफी डराया था। हेल्थ वर्कर्स मुझ से भी खूब सवाल कर रहे थे। टीकाकरण के दूसरे दिन मैंने टीका लगवाया, सभी की काउंसिलिग भी की है। प्राइवेट सेक्टर में उत्साह
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आइबीएम अस्पताल के निदेशक एवं आइएमए पानीपत के पूर्व प्रधान गौरव श्रीवास्तव ने कहा कि मैं और मेरा स्टाफ टीका लगवा चुका है। निजी अस्पतालों के हेल्थ वर्कर्स में टीकाकरण को लेकर उत्साह है। हम टीकाकरण में स्वास्थ्य विभाग का सहयोग भी कर रहे हैं। माइनर इफेक्ट से न घबराएं
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सेक्टर-25 स्थित शहरी स्वास्थ्य केंद्र के सीनियर मेडिकल आफिसर डा. कर्मवीर चोपड़ा ने बताया कि टीका लगवा चुका हूं। केंद्र के स्टाफ का टीकाकरण हो चुका है। इक्का-दुक्का को हल्का बुखार, सिर दर्द, चुई की अधिक चुभन हो सकती है। यह माइनर रिएक्शन और सामान्य बात है।