जींद में घातक हुआ कोरोना, 12 महीनों में 86 मौत, अकेले अप्रैल में 119 की जान गई
जींद में कोरोना घातक हो गया है। पिछले साल मार्च से इस साल मार्च तक 12 महीने में 86 लोगों की मौत हुई। लेकिन अप्रैल में अकेले 119 लोगों की जान चली गई। आंकड़ें भयावह हैं। मई में कोरोना संक्रमण पीक पर रहने की संभावना जताई जा रही है।
जींद [कर्मपाल गिल]। सर्दी खत्म होने के बाद नए स्ट्रेन के साथ आया कोरोना घातक सिद्ध हो रहा है। पिछले साल अप्रैल से इस मार्च तक जिले में कोरोना से कुल 86 लोगों की मौत हुई थी, जबकि अब अकेले अप्रैल में ही 119 लोगों की जान चली गई। इनमें 18 साल के युवा से लेकर 50 साल के लोग भी शामिल हैं। यह आंकड़ा काफी डराने वाला है। जबकि डॉक्टर कह रहे हैं कि मई में कोरोना और ज्यादा घातक होने वाला है। ऐसे में लोगों को काफी सावधानी बरतने की जरूरत है।
पिछले साल 25 मार्च को लॉकडाउन लगा था। उसके बाद अप्रैल में जिले में पहला कोरोना का मरीज निडानी गांव का मिला था। तब लोग काफी दहशत में थे। लेकिन धीरे-धीरे डर खत्म होता गया। सर्दियों में ऐसा लग रहा था कि कोरोना खत्म हो गया है। कई दिनों तक जिले में एक्टिव केस भी मात्र 2 रह गए थे। ऐसे में सभी लोग कोरोना फ्री होकर चल रहे थे। मास्क लगाना भूल गए थे और शारीरिक दूरी का पालन तो पूरी तरह खत्म हो चुका था। लेकिन सर्दी खत्म होते ही कोरोना नए स्ट्रेन के साथ खतरनाक रूप में सामने आया और एकाएक लोगों को अपनी गिरफ्त में ले लिया।
युवाओं पर भी वार कर रहा कोरोना
पिछली बार ज्यादातर उम्रदराज लोग ही कोरोना की चपेट में आए थे। लेकिन इस बार 50 साल से कम उम्र के भी काफी लोग कोरोना के कारण जान गंवा रहे हैं। आंकड़ों की बात करें तो पिछले सालभर में जिले में कुल 1,93,308 सैंपलों में 5810 लोग कोरोना से संक्रमित मिले थे, जबकि इस अप्रैल में सिर्फ 25,380 सैंपलों में 7290 लोग कोरोना की चपेट में आ गए। यानि लगभग हर तीसरा सैंपल पॉजिटिव मिल रहा है। कोरोना संक्रमण की इस चेन को तोड़ना बहुत जरूरी हो गया है, जिसके लिए अब लोग खुद लॉकडाउन लगाने की मांग कर रहे हैं।
दो दिन में 31 लोगों की मौत
एक महीने में 119 की मौत का आंकड़ा तो और भी ज्यादा भयावह है। पिछले सालभर में एक भी दिन ऐसा नहीं रहा, जब कोरोना संक्रमितों की मौत का आंकड़ा पांच तक पहुंचा हो। लेकिन अब एक ही दिन में मरने वालों की संख्या 10 से ऊपर जा रही है। इसी सप्ताह दो दिन 17 व 14 लोगों की मौत हो चुकी है। दोनों दिन श्मशान घाट में चिता के लिए भी जगह नहीं थी। जिले में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। 31 मार्च तक मात्र 316 एक्टिव केस थे, जो अब बढ़कर 2952 हो गए हैं। यानि कोरोना संक्रमण से कोई कॉलोनी अछूती नहीं रही है। पॉश कॉलोनियों में भी कोरोना वायरस खूब फैल रहा है।
आंकड़े दिखा रहे भयावहता
आंकड़े
कुल सैंपल:
संक्रमित:
मौत:
एक्टिव केस:
नेगेटिव हुए:
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