Kisan Andolan: राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढूनी के अलग-अलग सुर, जेजेपी विधायक हमले मामले आई ये राय
राकेश टिकैत वीरवार को जींद पहुंचे। यहां पर राकेश टिकैत ने टोहाना में जेजेपी विधायक पर हुए विरोध को लेकर बयान दिया। टिकैत ने कहा टोहाना में आंदोलन करने वाले बागी नहीं हमारे बच्चे। जबकि बुधवार को चढूनी ने कहा था उनका किसान मोर्चा से लेनादेना नहीं है।
जींद, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढूनी के बयानों के बीच एक बार फिर विरोधाभास दिखा। राकेश टिकैत ने वीरवार को खटकड़ टोल धरने पर कहा कि टोहाना में आंदोलन कर रहे बच्चे बागी नहीं है। वह हमारे बच्चे हैं। उनको हम समझाएंगे, पुलिस को जरूरत नहीं है।
इससे पहले बुधवार शाम को गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा था कि टोहाना विधायक देवेंद्र सिंह बबली के घर का घेराव करने जा रहे लोगों के साथ संयुक्त मोर्चा नहीं है। वे बागी हो गए हैं। कुछ लोग अपनी राजनीति चमका रहे हैं। संयुक्त मोर्चा की कॉल उपद्रव फैलाने की नहीं है।
वीरवार को गांव उझाना में धुनी पर बैठे किसान रामभज को उठाने के लिए राकेश टिकैत के साथ-साथ गुरनाम सिंह चढूनी भी पहुंचे थे। यहां दोनों किसान नेता एक मंच पर बैठे जरूर नजर आए। लेकिन दोनों में दूरी नजर आई। सम्बोधन में टिकैत का नाम नहीं लिया। दोनों मंच पर अलग अलग बैठे और एक दूसरे से बात भी नहीं की।
भाकियू (टिकैत) के नेता मंगलवार को उझाना किसान रामभज से मिलने पहुंचे थे। किसान ने धुनी से उठने से इनकार कर दिया था। तब प्रदेशाध्यक्ष रतन मान ने बताया था कि 3 जून को राकेश टिकैत रामभज से मिलने आएंगे। लेकिन 2 जून को ही चढूनी उझाना में किसान से मिलने पहुंच गए। तब ये कहा गया कि वो टिकैत के आने से पहले किसान रामभज को मनाकर धुनी से उठाना चाहते थे।