चंदौली के किसानों ने बंद कराई दिन में बिजली सप्लाई
मौसम बदलने के साथ ही बिजली सप्लाई को लेकर हाहाकार मचने लगी है। एक तरफ अघोषित बिजली कटों ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है तो दूसरी तरफ चंदौली के किसानों ने शॉर्ट सर्किट से फसलों में आग लगने से डर से बिजली सप्लाई बंद करा दी है। वहीं बिजली निगम लाइनों की मेंटेनेंस के लिए अब आगे आया है। अधिकारियों की देर से की गई प्लानिग का नतीजा यह है कि मेंटेनेंस के दौरान होने वाले बिजली कट ने परेशानी और ज्यादा बढ़ा दी है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : मौसम बदलने के साथ ही बिजली सप्लाई को लेकर हाहाकार मचने लगी है। एक तरफ अघोषित बिजली कटों ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है तो दूसरी तरफ चंदौली के किसानों ने शॉर्ट सर्किट से फसलों में आग लगने से डर से बिजली सप्लाई बंद करा दी है। वहीं, बिजली निगम लाइनों की मेंटेनेंस के लिए अब आगे आया है। अधिकारियों की देर से की गई प्लानिग का नतीजा यह है कि मेंटेनेंस के दौरान होने वाले बिजली कट ने परेशानी और ज्यादा बढ़ा दी है।
चंदौली स्थित 132 केवीए पावर स्टेशन से दी जाने वाली बिजली सप्लाई बृहस्पतिवार शाम 6:00 बजे तक बंद रही। इससे सेक्टर 13-17, सेक्टर-18 और तहसील कैंप क्षेत्र की दिनभर बिजली गुल रही। ऐसे में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, शहर के पॉश एरिया मॉडल टाउन और अन्य हिस्सों में दिनभर बिजली के कट लगते रहे। एक चिंगारी तबाह कर देगी फसल
चंदौली गांव की सरपंच अमित देवी के पति जस्सा ने बताया कि बुधवार को खेतों में आग लग गई थी। हालांकि, लोगों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया। उन्होंने बताया कि दिन में बिजली चालू रहने से लाइनों में फाल्ट आने का डर रहता है। शॉर्ट सर्किट से निकली एक छोटी से चिंगारी फसलों को खाक कर सकती है। निगम को इन लाइनों को अलग करना चाहिए या फिर दिन के वक्त बिजली सप्लाई बंद रखनी चाहिए। वहीं, पावर हाउस की बिजली बुधवार को सुबह छह बजे से देर रात 11 बजे तक बाधित रही थी। इसी तरह, वीरवार को भी सुबह साढ़े आठ बजे बिजली सप्लाई बंद कर दी गई। गौरतलब है कि चंदौली पावर हाउस की कई लाइनें शहर में आती हैं।
15 तक बदलेगा मौसम, 16 से हल्की बारिश की संभावना
जिले में मौसम 15 अप्रैल तक परिवर्तनशील रहेगा। 16 और 17 अप्रैल को हल्की बूंदाबांदी और बारिश की संभावना है। मौसम विभाग की इन संभावनाओं के बाद किसानों की परेशानी बढ़ गई है। किसानों ने बताया कि गेहूं की फसल पक कर तैयार है। ऐसे में बारिश होने से फसल की क्वालिटी खराब होगी।