फरवरी तक पूरा हो जाएगा यमुनानगर सिविल अस्पताल की नई बिल्डिंग का निर्माण कार्य, ये मिलेगी सुविधाएं
फरवरी तक पूरा हो जाएगा यमुनानगर सिविल अस्पताल की नई बिल्डिंग का निर्माण कार्य। रोजाना सिविल अस्पताल में लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी निरीक्षण पर पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि फरवरी माह के आखिर तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
यमुनानगर,जागरण संवाददाता। सिविल अस्पताल की नई बिल्डिंग का निर्माण कार्य गति पकड़ रहा है। कोरोना की वजह से नए भवन का निर्माण कार्य लटक गया था। हालात ठीक होने पर दोबारा से निर्माण कार्य शुरू हुआ। अब स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन का पूरा ध्यान बिल्डिंग का समय से निर्माण कार्य पूरा कराने पर है। जिसके लिए रोजाना सिविल अस्पताल में लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी निरीक्षण पर पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि फरवरी माह के आखिर तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। अस्पताल की नई बिल्डिंग बनने से यहां पर सुविधाएं बढ़ेगी और स्टाफ भी बढ़ेगा। इसका फायदा जिले के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश व हिमाचल प्रदेश के मरीजों को भी होगा।
दो साल पहले सिविल अस्पताल में 200 बेड की बिल्डिंग का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। निर्माण कार्य शुरू होने के बाद बीच में कोरोना महामारी फैल गई। इस दौरान लाकडाउन लगा रहा। जिसका असर निर्माण कार्य पर पड़ा। करीब 80 करोड़ रुपये की लागत से बन रही बिल्डिंग का निर्माण कार्य रूका रहा। हालात ठीक होने के बाद फिर से कार्य शुरू करा दिया गया।
प्रशासनिक भवन में स्टाफ शिफ्ट
प्रशासनिक भवन की बिल्डिंग तैयार हो चुकी है, लेकिन अभी उसमें लिफ्ट व कुछ फिनिशिंग का कार्य शेष है। इसके बावजूद जगह की किल्लत को देखते हुए सिविल सर्जन कार्यालय को इस बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया है। जिससे ट्रामा सेंटर के भवन में काफी जगह निकल गई। इसका फायदा मरीजों को हुआ। मरीजों के लिए यहां पर अतिरिक्त बेडों की व्यवस्था की गई। इससे ट्रामा सेंटर की बिल्डिंग में ही सिविल सर्जन कार्यालय चल रहा था। जिस वजह से मरीजों के लिए बेड कम पड़ रहे थे। एक-एक बेड पर दो-दो मरीजों को लिटाना पड़ रहा था।
सड़क का चल रहा कार्य
निर्माण कार्य की वजह से सबसे अधिक समस्या बरसात में आती है। बरसात की वजह से ट्रामा सेंटर तक पहु़ंचने में दिक्कत होती थी, क्योंकि सड़क पर कीचड़ जमा हो जाता था। इसलिए ही विभाग ने सड़क का निर्माण कार्य कराया। एक तरफ की सड़क पूरी बन गई है। जबकि दूसरी ओर की सड़क पर कार्य चल रहा है। इससे मरीजों को ट्रामा सेंटर तक आने व जाने में परेशानी नहीं होगी।
पोस्टमार्टम हाउस भी तैयार
ट्रामा सेंटर के पास ही पोस्टमार्टम हाउस बनाया गया है। यह बिल्डिंग भी तैयार हो चुकी है। अब इसका प्रयोग किया जा रहा है। अब तक यहां पर दस पोस्टमार्टम हो चुके हैं। पहले सिविल अस्पताल के गेट के पास ही पुरानी बिल्डिंग में पोस्टमार्टम हाउस बनाया गया था। यहां पर जगह कम थी।
फरवरी के अंत तक तैयार होगी बिल्डिंग
सिविल सर्जन डा. विजय दहिया ने बताया कि रोजाना निर्माण कार्य का निरीक्षण किया जा रहा है। कोशिश यही है कि फरवरी माह के अंत तक यह बिल्डिंग तैयार हो जाए। जिसके बाद इसका मरीजों को लाभ मिलने लगेगा।