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प्रदर्शन की रणनीति बनाने पहुंचे कांग्रेसी, कार्यालय के बाहर अग्रवाल-शाह के समर्थकों में तकरार

विधानसभा चुनाव में दो सीटें जीतने वाली कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह नजर आया। सरकार के खिलाफ प्रदर्शन की रणनीति बनाने को रेस्ट हाउस पहुंचे कांग्रेसियों की एकजुटता के बीच अग्रवाल और शाह के समर्थकों में हार पर तू-तू मैं-मैं भी हुई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 04 Nov 2019 09:48 AM (IST)Updated: Mon, 04 Nov 2019 09:48 AM (IST)
प्रदर्शन की रणनीति बनाने पहुंचे कांग्रेसी, कार्यालय के बाहर अग्रवाल-शाह के समर्थकों में तकरार
प्रदर्शन की रणनीति बनाने पहुंचे कांग्रेसी, कार्यालय के बाहर अग्रवाल-शाह के समर्थकों में तकरार

जागरण संवाददाता, पानीपत : विधानसभा चुनाव में दो सीटें जीतने वाली कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह नजर आया। सरकार के खिलाफ प्रदर्शन की रणनीति बनाने को रेस्ट हाउस पहुंचे कांग्रेसियों की एकजुटता के बीच अग्रवाल और शाह के समर्थकों में हार पर तू-तू मैं-मैं भी हुई। बुल्ले शाह बैठक में नहीं पहुंचे। समालखा के विधायक धर्मसिंह छौक्कर ने अध्यक्षता में बैठक की।

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7 नवंबर के प्रदर्शन के लिए बैठक बुलाई गई थी। सुबह 11 बजे शुरू बैठक डेढ़ घंटे तक चली। इसराना के विधायक बलबीर वाल्मीकि के अलावा शहर के प्रत्याशी रहे संजय अग्रवाल व ग्रामीण से ओमप्रकाश जैन ने अपनी-अपनी बात रखी।

धर्म सिंह छौक्कर ने कहा कि जनता ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 31 सीटें दी हैं। वे पांच साल तक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे और सरकार की जनविरोधी नीतियों का खुलकर विरोध करेंगे। कांग्रेस हाईकमान ने पूरे प्रदेश में 5 से 15 नवंबर का जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया है। इसमें 7 जुलाई को पानीपत में प्रदर्शन किया जाएगा। कार्यकर्ता आर्य सीसे स्कूल के खेल मैदान में एकजुट होंगे। यहां से पूर्व सीएम एवं कांग्रेस विधायक दल के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने पिछले पांच साल बहुमत में होने पर मनमर्जी की नीतियों को लागू किया। प्रदेश का किसान, मजदूर, कर्मचारी और व्यापारी समेत हर वर्ग सरकार से परेशान हो गया। जनता ने विधानसभा चुनाव में भाजपा को असलियत दिखा दी। पुराने कांग्रेसी पहुंचे, लेकिन शाह नहीं आए

बैठक में ग्रामीण के पूर्व जिलाध्यक्ष जगदेव मलिक व पूर्व मंत्री बिजेंद्र सिंह कादियान समेत कई बड़े नेता बैठक में शामिल हुए। शाह परिवार के वीरेंद्र सिंह बुल्ले शाह नहीं पहुंचे। उनकी नजदीकियों ने शाह के किसी काम के सिलसिले में बाहर होने की जानकारी दी। इसके अलावा खुशीराम जागलान, डॉ. कर्ण सिंह कादियान, महेंद्र कादियान, तेजबीर जागलान, युवा के जिला प्रधान एडवोकेट जितेंद्र कुंडू, पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह, रामचंद्र कादियान व बलजीत सिंह मौजूद रहे। अग्रवाल समर्थकों ने निकाली भड़ास

सरकारी विश्राम गृह में बैठक शुरू होने से पहले सभी लोग बाहर खड़े थे। कांग्रेस के शहरी प्रत्याशी संजय अग्रवाल और बुल्ले शाह का एक नजदीकी समर्थक चुनाव नतीजों पर चर्चा करने लगा। दोनों बातों-बातों में तेश में आ गए। संजय अग्रवाल के समर्थक ने शाह के नजदीकियों पर हार का ठीकरा फोड़ दिया। उन्होंने कहा कि शाह ने साफ नीयत से चुनाव में उनका साथ नहीं दिया। वे मेहनत करते तो शहरी सीट के चुनावी नतीजे भी कुछ और होते। शाह के नजदीकी ने कहा कि उनकी मेहनत से ही शहर में इतने वोट मिले हैं।


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