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नगर निगम की चौतरफा नाकामी पर कमिश्नर के तबादले का पानी

जागरण संवाददाता, पानीपत : सीवर, सफाई, सड़क, नालों और नई वार्डबंदी में चौतरफा नाकामी के बाद सरकार ने न

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Jun 2018 07:01 AM (IST)Updated: Wed, 20 Jun 2018 07:01 AM (IST)
नगर निगम की चौतरफा नाकामी पर कमिश्नर के तबादले का पानी
नगर निगम की चौतरफा नाकामी पर कमिश्नर के तबादले का पानी

जागरण संवाददाता, पानीपत : सीवर, सफाई, सड़क, नालों और नई वार्डबंदी में चौतरफा नाकामी के बाद सरकार ने नगर निगम के कमिश्नर शिवप्रसाद शर्मा का मंगलवार को तबादला कर सभी मुद्दों पर पानी फेर दिया। प्रदीप कुमार डागर को निगम कमिश्नर नियुक्त किया है। अब नए अधिकारी को पहले शहर को समझने में समय लगेगा। फिर काम शुरू हो पाएगा। तब तक शहर बरसात के पानी में डूब जाएगा। पहले से ही टूटी पड़ी सड़कें, कूड़े से भरे शहर की हालत और खराब हो जाएगी। बीमारियां फैलने का खतरा रहेगा। सत्ता पक्ष अपनी इस नाकामी पर नए अधिकारी को समय देने की बात कहेगा।

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शिवप्रसाद शर्मा को निगम कमिश्नर जैसे महत्वपूर्ण पद से हटा कर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के पंचकूला मुख्यालय में प्रशासक लगाया है। प्रदीप कुमार डागर बोले- पहले शहर को समझेंगे

प्रदेश सरकार ने मंगलवार को एचसीएस अधिकारियों की तबादला सूची जारी की है। पानीपत का नगर निगम कमिश्नर प्रदीप कुमार डागर को लगाया है। प्रदीप कुमार डागर रोहतक में निगम कमिश्नर थे। वह इससे पहले रोहतक में ही एडीसी थे। उन्हें एडीसी के साथ नगर निगम कमिश्नर का भी चार्ज दिया था। बाद में निगम कमिश्नर लगा दिया था। प्रदीप कुमार डागर ने दैनिक जागरण को बताया कि वह शुक्रवार या सोमवार को पानीपत में ज्वाइन करेंगे। सबसे पहले शहर को समझेंगे, इसके बाद ही आगे कदम उठाएंगे। उन्होंने बताया कि रोहतक में वह सफाई के क्षेत्र में बेहतर काम कर चुके हैं।

नगर निगम की यहां-यहां हुई किरकिरी नई वार्डबंदी में छेड़छाड़

नगर निगम ने मार्च माह में नई वार्डबंदी की थी। भाजपा जिलाध्यक्ष प्रमोद विज ने इसके प्रारूप पर ही सवाल खड़े कर दिए थे। उन्होंने इस बात को सीएम तक पहुंचा दिया था। सीएम ने कमिश्नर के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए वार्डबंदी में आवश्यक बदलाव के निर्देश दिए थे। जिलाध्यक्ष ने दावे और आपत्तियों में अपनी पसंद की वार्डबंदी मंजूर करा दी। जिलाध्यक्ष का आरोप है कि अधिकारियों ने मेयर सुरेश वर्मा से मिलकर इसमें छेड़छाड़ कर दी। मेयर को वार्ड 10 में चुनाव लड़ने का रास्ता दे दिया। जिलाध्यक्ष ने कमिश्नर का तबादला करने की बात सीएम के सामने भी रख दी थी। टेंडर घोटाले में उछला नगर निगम

नगर निगम नई शर्त लगाकर 72 विकास कार्यों के टेंडरों में नाम उछला था। शहर की विधायक रोहिता रेवड़ी और पार्षद हरीश शर्मा ने शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन के सामने टेंडरों में हुए घोटाले की बात उठाई थी। विधायक ने कहा कि निगम अधिकारी कुछ ठेकेदारों को फायदा पहुंचाना चाहते हैं। कई कामों के 15 से 24 प्रतिशत प्रॉफिट में काम दिया है। निदेशालय ने वर्क ऑर्डर पर रोक लगा दी थी। निगम को बैकफुट पर आकर इनके रेट कम करने पड़े थे।

शहर कूड़े में फंसेगा

शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा उठान का ठेका जेबीएम कंपनी को दे रखा है। कंपनी हर माह डेढ़ करोड़ का निगम पर क्लेम कर रही है, लेकिन शहर में आज भी चारों तरफ कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। निगम ने कंपनी को वर्कशाप और पार्किंग के लिए करोड़ों का जिमखाना क्लब भी दे दिया। शहर को अब आगे भी इसी तरह से गंदगी से भुगतना पड़ेगा। खुले नाले और टूटी सड़कें

शहर में सीवर और नालों की हालात बिगड़ी पड़ी हैं। चारों तरफ सड़कें टूटी हुई हैं। निगम ने नाला गैंग बनाकर अपनी जिम्मेदारियों को पूरी कर ली। मानसून की बारिश आते ही सड़कों पर पड़ा सारा कूड़ा नालों में चला जाएगा, जिससे नाले जाम हो जाएंगे। बारिश का पानी सड़कों पर जमा होने से फिर से खस्ता हो जाएंगी। पूर्व मेयर भूपेंद्र ¨सह ने कूड़ा उठान और नाला गैंग बनाने के लिए तो निगम के खिलाफ कई बार मोर्चा खोला। उन्होंने सेक्टर-11 में गोसअली मुहल्ले के सामने चौक का नाम ही कमिश्नर चौक रख दिया। चौक पर कमिश्नर की मूर्ति तक लगा दी, लेकिन यहां के नालों की सफाई आज तक नहीं हुई है। सरकार की नाकामी

कांग्रेसी समर्थित वार्ड-17 पार्षद सुनील वर्मा ने बताया कि पांच साल के कार्यकाल में आठ कमिश्नर बदले गए हैं। निगम में कोई भी कमिश्नर छह माह तक नहीं टिक पाता। यह सब सरकार की नाकामी है। निगम कमिश्नर ने शहर में अच्छे काम किए हैं लेकिन वे अधिकारियों पर अपनी पकड़ नहीं बना पाए। शहर के हित में तबादला : भट्ट

भाजपा के वार्ड-24 से पार्षद दुष्यंत भट्ट ने कहा कि कमिश्नर का पानीपत से तबादला शहर के हित में हुआ है। इनकी वजह से निगम भ्रष्टाचार की लपेट में आ गया। शहर की हालात खराब हो गई। विकास कार्यों को लेकर शहर की अनदेखी करते थे। नई वार्डबंदी में मेयर के हाथ में खेले और पूरे शहर को बिगाड़ दिया। ये कमिश्नर नहीं कांग्रेसियों की कठपुतली बनकर काम कर रहे थे। नई सोच लाएगा नया कमिश्नर : मेयर

मेयर सुरेश वर्मा ने बताया कि तबादला करना सरकार का अधिकार है। सरकार इसका कभी भी प्रयोग कर सकती है। नया कमिश्नर नई सोच लेकर आएगा।


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