पानीपत नगर निगम कर्मचारियों की हड़ताल, कमिश्नर को पता चला तो उठाया ये कदम
पानीपत नगर निगम कर्मचारियों ने मांगों को लेकर हड़ताल की। निगम के कमिश्नर आरके सिंह के संज्ञान में जैसे ही मामला आया उन्होंने मौके पर पहुंचकर हड़ताल समाप्त करवाई। कर्मचारियों ने कहा कि अभी हड़ताल समाप्त कर रहे हैं। अगर मांगे नहीं मानी तो आगे फिर से हड़ताल करेंगे।
पानीपत, जागरण संवाददाता। पानीपत के पालिका बाजार स्थित नगर पालिका कर्मचारी संघ के साथ निगम कर्मचारियों ने शुक्रवार को हड़ताल की। नगर निगम कमिश्नर आरके सिंह को जैसे ही पता चला तो कर्मचारियों से बातचीत कर हड़ताल समाप्त करवा दी। हालांकि निगम कर्मचारी नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर इन मांगों को जल्द लागू नहीं किया गया तो वे फिर से हड़ताल पर बैठेंगे।
शनिवार और रविवार को छुट्टी होने के कारण अब सोमवार से ही निगम का काम सुचारू हो सकेगा। इस हड़ताल में पालिका बाजार कार्यालय के कर्मचारी हड़ताल में शामिल नहीं हुए। जिसके कारण हड़ताल का कोई खास असर नहीं देखने को को मिला। जैसे ही नगर निगम कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू की तो कुछ ही देर बाद डीएसपी विरेंद्र सैनी ने हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को कोर्ट के आदेश दिखाते हुए कहा कि आदेशानुसार वे कार्यालय के 100 मीटर दायरे में हड़ताल पर नहीं बैठ सकते। जिसके बाद कर्मचारियों ने उनकी बात मानते हुए कार्यालय के नीचे से उठकर फ्लाईओवर के नीचे धरना दिया। डीएसपी ने कहा कि वे खुद कमिश्नर से मिलकर उनकी समस्या का समाधान करवाएंगे। डीएसपी ने निगम कर्मचारी नेताओं के साथ मिलकर कमिश्नर आरके सिंह से बातचीत की।
महिला कर्मचारी का वेतन व छुट्टी न देने का है मामला
महिला कर्मचारी का दो माह का वेतन रोकने व एक कर्मचारी को मेडिकल छुट्टी देने से मना करने पर यूनियन ने हड़ताल का फैसला लिया था। इसमें यूनियन ने कमिश्नर पर भी आरोप लगाए।
दलालाें को खुद पकड़ा जाएगा : प्रधान
यूनियन प्रधान सुभाष चंडालिया ने कहा कि नगर निगम कार्यालय में दलालों का बोलबाला में है। अब यूनियन ने फैसला लिया है कि नगर निगम कार्यालय में कोई भी दलाल आता है तो यूनियन उसे पकड़ेगी और पुलिस के हवाले किया जाएगा। कर्मचारी भी सख्त कार्रवाई करेंगे।
निगम कार्यालय के बाहर रही पुलिस बल तैनात
हड़ताल को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने पालिका बाजार स्थित प्रापर्टी कार्यालय के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया। इसमें हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को समझाकर उनका धरना स्थल बदलवाया। इसके बाद कुछ ही देर बार कर्मचारियों की हड़ताल भी समाप्त हो गई।