भगवान श्री राम पर टिप्पणी, राघव ने दी शिकायत, दो पर केस दर्ज, जानिए क्या है पूरा मामला
प्रभु श्रीराम के खिलाफ टिप्पणी करने पर उनके प्रतिनिधि के तौर पर राघव संजीव घारू की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। यह केस जंग बहादुर व मनीष चौहान के खिलाफ दर्ज हुआ है। मई 2021 में आरोपितों ने घारू की इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट डाली थी।
संवाद सहयोगी, नारायणगढ़(अंबाला)। करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र प्रभु श्रीराम के खिलाफ टिप्पणी करने पर उनके प्रतिनिधि के तौर पर राघव संजीव घारू की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। यह केस जंग बहादुर व मनीष चौहान के खिलाफ दर्ज हुआ है। मई 2021 में आरोपितों ने घारू की इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट डाली थी। इसी पर घारू ने नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दी थी। अब नारायणगढ़ थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है। प्रभु श्रीराम के मित्र के तौर पर घारू ने शिकायत दी थी।
यह है मामला
राघव संजीव घारू ने बताया कि मई 2021 में उनकी इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट आई थी। इसमें प्रभु श्रीराम के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां की गईं थीं। आरोपित जंग बहादुर बूरा जींद जिला का रहने वाला है और एक शिक्षक है। दूसरा आरोपित मनीष चौहान संगरूर पंजाब का है। यह सब आरोपितों ने जानबूझकर किया है। जिस तरह से यह पोस्ट डाली गई, उससे साफ है कि यह धार्मिक भावनाएं भड़काना और शांति भंग करना चाहते हैं। इसी को लेकर नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दी गई थी।
जांच के बाद ली कानूनी राय
यह शिकायत एसपी अंबाला कार्यलय से बलदेव बलदेव नगर में आई, जिन्होंने इस शिकायत की जांच की। इसके बाद कानूनी राय ली गई। इसके बाद नारायणगढ़ थाना पुलिस ने अब आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
यह कहते हैं जांच अधिकारी
मामले में जांच अधिकारी एएसआई जगमाल सिंह का कहना है कि राघव संजीव घारू ने इंटरनेट मीडिया पर प्रभु श्रीराम के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। इस संबंध में तफ्तीश की जाएगी। जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे आरोपितों की गिरफ्तारी भी होगी।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि किसी भी समुदाय की धर्म-आस्था के साथ खिलवाड़ को बर्दाशत नहीं किया जाएगा। जो भी ऐसा करता हुआ पाया जाता है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी धर्मों का अपना महत्व है इसलिए हमें सभी धर्मों और उनसे जुड़े लोगों की आस्था का सम्मान करना चाहिए।