Haryana Panipat Weather Update: पानीपत सहित कई जिलों में शीतलहर से बढ़ रही कंपकंपी, 15 के बाद राहत के आसार
हरियाणा में शीतलहर का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। करनाल में तापमान गिरकर 6.0 डिग्री सेल्सियस तक आया। केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक ठंड का सितम जारी रहेगा। 15 जनवरी से मौसम साफ होने की संभावना है।
पानीपत/करनाल, जेएनएन। क्षेत्र में शीत लहर ने लोगों को बेहाल किया हुआ है। पहाड़ों में हो रही बर्फबारी का असर मैदानी क्षेत्र में साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। न्यूनतम तापमान गिरावट के साथ 6.0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक इस सप्ताह उत्तर भारत की तरफ कोई सक्रिय मौसमी सिस्टम नहीं आएगा जिससे पर्वतीय राज्यों पर बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश नहीं होगी। हालांकि, बर्फ से ढके पहाड़ों से होकर आने वाली बर्फीली हवाएं समूचे उत्तर-पश्चिम भारत में प्रभाव दिखा रही है। लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ेगा। कुछ इलाकों पर शीतलहर का प्रकोप भी रहेगा। इसके अलावा, देर रात और सुबह के समय घने कोहरे से रेल, सड़क और हवाई यातायात बाधित हो सकता है। नारनौल, हिसार, करनाल, दिल्ली जैसे कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से जाने की संभावना बनी हुई है।
15 से धूप तो निकलेगी, लेकिन शीत लहर करेगी बेअसर
मौसम विभाग का मानना है कि 15 जनवरी से मौसम साफ हो जाएगा। धूप निकलेगी। लेकिन इस समय मौसम की जो स्थितियां बनी हुई हैं, उससे जाहिर है कि करीब 10 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने वाली शीत लहर धूप को बेअसर करेगी। मौसम साफ होने के बाद यानि 20 जनवरी तक न्यूनतम तापमान एक बार फिर सबसे निचले स्तर पर पहुंच सकता है। पाला जमने की संभावना बनेगी।
जितनी ठंड फसलों को उतना फायदा
ठंड से राहत अभी नहीं मिलने वाली हैं। कश्मीर के कई हिस्सों में फिर से बर्फबारी हुई है। ऐसे में शीत लहरों के बीच प्रदेश में भी ठंड का कहर जारी है। जो अगले कई दिन तक ऐसे ही रहेगी। मंगलवार को सुबह 11 बजे अधिकतम तापमान जा 17 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। बुधवार को न्यूनतम तापमान के और गिरने की संभावना है।
गौरतलब है कि सोमवार को सुबह के समय शीत लहरों के बीच कड़ाके की ठंड ने लोगों को परेशान किया था। दोपहर होते होते आसमान में बादल छटे तो सूर्य के निकलने पर आई धूप ने कुछ राहत दिलाई। रात में कोहरे छाया। मंगलवार सुबह होने पर हवा के चलते कोहरा छटने से राहत मिली। लेकिन ठंड ने परेशान किया। दोपहर तक सूर्य देव के दर्शन नहीं हो पाए। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो विंड पैटर्न बदलने से ठंड की दोबारा से वापसी हुई है। हवाएं पहाड़ों में हुई बर्फबारी का असर मैदानी इलाके में ला रही हैं। ऐसे में रात को तापमान के और गिरने की संभावना बनेगी। मंगलवार दोपहर तक बारिश की संभावना शून्य बनी हुई थी। जबकि नमी 79 फीसद व हवा की गति 18 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई।
रविवार तक मौसम का ऐसा रहने की संभावना
अगले पांच छह दिन तक मौसम में बदलाव होता रहेगा। बुधवार को जहां न्यूनतम तापमान 4 और अधिकतम 18 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। वहीं वीरवार व शुक्रवार को तापमान बढ़ेगा। लेकिन आसमान में बादल छाए रहेंगे। शनिवार को फिर मौसम साफ होगा और रविवार को दोबारा से बादल छाने की संभावना है।
जितनी ठंड, उतना फायदा
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डा. वीरेंद्र आर्य ने कहा कि जितनी ठंड होगी, उतना ही किसान के लिए फायदा होगा। सबसे ज्यादा ठंड से फायदा गेहूं की फसल को होगा। इससे फुटाव में बढ़ोतरी होती है। जो पैदावार में बढ़ोतरी करती है। जबकि सब्जी की फसलों को पाले से नुकसान की भी संभावना रहती है। ऐसे में किसान बचाव के प्रयोग करे।
पानीपत की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें