सीएम फ्लाइंग टीम की रेड, मिठाई की फैक्ट्री और पनीर की दुकान में मचा हड़कंप
कैथल में मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की टीम ने छापा मारा। मिठाई की फैक्ट्री व पनीर की दुकान से लिए पांच सैंपल लिए। दोनों खाद्य पदार्थ विक्रेताओं पर नहीं मिला लाइसेंस नोटिस किया जारी। लिए गए सैंपलों को जांच लिए लैब में भेजा जाएगा 15 दिन बाद आएगी रिपोर्ट।
कैथल, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की टीम ने बुधवार को शहर में छापा मारा। पहले डोगरा गेट पर चौधरी डेयरी पर छापा मारा। यहां से पनीर का सैंपल लिया। दुकान मालिक मौके पर नहीं मिला। उसके बेटे से जब लाइसेंस के बारे में पूछा गया तो नहीं दिखा पाया। इसके चलते दुकानदार को नोटिस जारी किया है। पनीर का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा। इसके बाद टीम प्यौदा रोड स्थित शिव कालोनी में पहुंची, यहां शिव शक्ति मिष्ठान भंडार की फैक्ट्री में रेड की। यहां तैयार की गई मिठाइयों पर मक्खियां भिनभिनाती नजर आई। टीम ने यहां से बर्फी, रिफाइंड, रसगुल्ला व पनीर का सैंपल लिया। फैक्ट्री मालिक को जब लाइसेंस दिखाने को कहा तो लाइसेंस नहीं मिला। विभाग की तरफ से फैक्ट्री मालिक को नोटिस जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री उड़नदस्ते को मिल रही थी शिकायतें
शहर में खाद्य पदार्थों में मिलावट को लेकर मुख्यमंत्री उड़नदस्ते को शिकायत मिल रही थी। इन शिकायतों के आधार पर खाद्य निरीक्षक को साथ लेते हुए दो जगहों पर छापा मारा। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की इस कार्रवाई से मिठाई विक्रेताओं में हड़कंप मच गया। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते में इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार व खाद्य निरीक्षक डा. राजीव शर्मा ने दोनों जगहों पर छापा मारते हुए सैंपल लिए। खाद्य निरीक्षक डा. राजीव शर्मा ने बताया कि कई दिनों से खाद्य पदार्थों में मिलावट की शिकायतें मिल रही थी। दोनों जगहों से पांच सैंपल लिए गए हैं, इन सैंपलों को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। 15 दिनों के बाद रिपोर्ट आएगी। इसमें खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता के बारे में पता चलेगा। दीपावली पर्व के बाद मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की शहर में यह दूसरी रेड है। इससे पहले पुराना बाइपास रोड पर एक गोदाम में छापा मारकर सैंपल लिए थे।
लाइसेंस कहां बनता है, उन्हें जानकारी नहीं
डोगरा गेट पर पनीर की दुकान के मालिक हरेंद्र के बेटे नीतेश ने बताया कि पिछले 18 सालों से पनीर तैयार करने का काम कर रहे हैं। इससे पहले भी दो बार उनकी दुकान से सैंपल लिए गए हैं। लाइसेंस कहां और कैसे बनता है, उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। पहली बार ही इस बारे में पता चला है। अब लाइसेंस को लेकर जल्द ही प्रक्रिया शुरू करते हुए बनवाया जाएगा। वहीं यहां सैंपल लेने के बाद अधिकारियों ने बताया कि प्राथमिक दृष्टि से पनीर की गुणवत्ता ठीक लगती है। सैंपल की जांच के बाद ही सही जानकारी मिलेगी।