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मुनाफे के चक्कर में फंस गए दस करोड़, निवेश का झांसा दे एक हजार लोगों को ठगा

चिट फंड कंपनी आरएमसीएल ने 1000 लोगों को दस करोड़ रुपये का चूना लगाया है। कंपनी ने मुनाफे का लालच देकर ठगी की।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 26 Feb 2020 12:48 PM (IST)Updated: Wed, 26 Feb 2020 12:48 PM (IST)
मुनाफे के चक्कर में फंस गए दस करोड़, निवेश का झांसा दे एक हजार लोगों को ठगा
मुनाफे के चक्कर में फंस गए दस करोड़, निवेश का झांसा दे एक हजार लोगों को ठगा

पानीपत/जींद, जेएनएन। मुनाफे के नाम पर जींद में दस करोड़ रुपये की ठगी की गई है। करीब एक हजार लोगों को निवेश के नाम पर तीन गुना रुपये करने का लालच दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 

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चिट फंड कंपनी आरएमसीएल (राधा माधव कारपोरेशन कंपनी लिमिटेड) ज्यादा मुनाफा देने के वादे के साथ जिले के करीब एक हजार लोगों के दस करोड़ रुपये हड़पने का मामला सामने आया है। कंपनी ने राशि को 24 माह में तीन गुणा करने व घरेलू उपयोग के वस्तु देने का झांसा देकर कंपनी में राशि निवेश करवाते थे। पुलिस ने तीन निवेशकों की शिकायत पर कंपनी के एमडी मितेश अग्रवाल के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।

होटल में सेमिनार से हुई शुरुआत 

विजय नगर निवासी बिजेंद्र खर्ब, कमल व पवन ने शहर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वर्ष 2018 में दमन द्वीप की कंपनी आरएमसीएल द्वारा शहर के एक होटल में सेमिनार का आयोजन किया हुआ था और वहां पर चले गए। 

घरेलू सामान 

सेमिनार में बताया कि कंपनी से जुडऩे के लिए किसी भी व्यक्ति को सबसे पहले 8500 रुपये कंपनी के खाते पर जमा करना होगा। उसके बाद उस व्यक्ति को घरेलू उपयोग के वस्तु का 8500 रुपये का एक कीट कंपनी देती थी और फिर उसे दो अन्य लोगों को भी इस कंपनी में 8500 लेकर जोडऩा रहता था। दो लोगों को जोडऩे के बाद अगले महीने से कंपनी उसके खाते पर 1500 रुपये देने का वादा करती थी। अगर कोई व्यक्ति एकमुश्त 2 लाख 25 हजार लगाता है, तो उसे बिना किसी व्यक्ति को जोड़े हर माह 24 हजार देने का वादा कर रखा था। इस दौरान बताया कि निवेश राशि की गारंटी के तौर पर कंपनी का दमन में भूमि होने की बात कही। इसके बाद उनके साथ जिले से बहुत से लोग इस कंपनी में जुड़ गए। इस दौरान बिजेंद्र खर्ब ने 14 मई 2018 को दो लाख रुपये व उसके बाद 29 जून 2018 को 2.90 लाख रुपये निवेश कर दिए। जबकि दूसरे निवेशक कमल टांक ने दो लाख 60 हजार रुपये व पवन ने 2 लाख 26 हजार 978 रुपये चेक के माध्यम से कंपनी में निवेश कर दिए। राशि निवेश करने के बाद दो-तीन माह तक ठीक ठाक चलता रहा, लेकिन बाद में उनके खाते में राशि आनी बंद हो गई। इसके बाद जब कंपनी के कार्यालय में फोन करके पता किया तो यहां पर फोन नहीं करने की धमकी दी। इसके बाद वह कंपनी के दमन कार्यालय में चले गए। जहां पर मितेश अग्रवाल व उसके साथियों ने जान से मारने की धमकी दी। उसने बताया कि कंपनी ने जिले में करीब दस करोड़ रुपये हड़पे हैं। 

होटलों में सेमिनार करके लुभाते थे लोग 

निवेशकों ने बताया कि कंपनी ने जिले में कहीं पर भी कार्यालय नहीं खोला हुआ था। केवल कंपनी के कुछ लोग आते थे और होटलों में सेमिनार करके बड़े-बड़े सपने दिखाकर लोगों को उलझाते थे। इस दौरान कुछ लोगों के बड़ी राशि के चेक दिखाते थे और अपनी सफलता की कहानी बताते थे। उनके द्वारा बताई गई बातों से लोग प्रभावित हो जाते है और कंपनी में लाखों रुपये निवेश करवा लेते। 

चिट फंड कंपनियां अरबों रुपये का लगा चुकी हैं चूना 

जिले में पिछले दो साल में सामने आए मामलों में करीब एक दर्जन कंपनियां लोगों की खून पसीने के अरबों रुपये का चूना लगा चुकी है। इन सभी कंपनियों के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन आज तक किसी भी आरोपित की गिरफ्तार नहीं हुई। दिसंबर माह में चिटफंड कंपनी केबीसीएल (कल्पतरु बायोटेक कारपोरेशन लिमिटेड) का मामला सामने आया था। इस कंपनी ने भी करीब 2500 लोगों के करोड़ रुपये हड़प लिए थे।


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