आयुष्मान में शामिल हो सकेंगे पात्र परिवारों में 2011 के बाद जन्मे बच्चे
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) की सूची में शामिल पात्र परिवार में यदि कोई बच्चा वर्ष 2011 के बाद जन्मा है तो उसका नाम दर्ज कराया जा सकेगा। परिवार के मुखिया की इस अंतराल में मौत भी हो गई है तो भी बच्चों को नाम जुड़वाने में दिक्कत नहीं होगी। सरकारी अस्पताल में और बेहतर सुविधाएं दी जाएंगी।
जागरण संवाददाता, पानीपत : प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) की सूची में शामिल पात्र परिवार में यदि कोई बच्चा वर्ष 2011 के बाद जन्मा है तो उसका नाम दर्ज कराया जा सकेगा। परिवार के मुखिया की इस अंतराल में मौत भी हो गई है तो भी बच्चों के नाम जुड़वाने में दिक्कत नहीं होगी। सरकारी अस्पताल में और बेहतर सुविधाएं दी जाएंगी।
योजना के स्टेट एग्जीक्यूटिव ऑफिसर डॉ. निशिकांत ने शुक्रवार को सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की मीटिग में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि योजना के तहत मरीज के इलाज के खर्च की भरपाई केंद्र, राज्य सरकार को करती है। इसके बाद संबंधित अस्पताल के खाते में रकम पहुंच जाती है। इस रकम को मरीजों के हित में अस्पताल प्रशासन अपनी सुविधानुसार खर्च कर सकता है। अस्पताल प्रशासन चाहे तो सर्दी में मरीज को कंबल भी दे सकता है। इसके बाद एनएनएम और आशा वर्कर की मीटिग भी बुलायी गई। उन्हें बताया गया कि असंख्य पात्रों ने गोल्डन कार्ड बनवाने में रुचि नहीं दिखायी है।
घर-घर जाकर पात्रों को प्रेरित करना है। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र कादियान, एमएस डॉ. आलोक जैन, डिप्टी एमएस डॉ. अमित पोड़िया, डॉ. मनीष पासी, डॉ. निहारिका, डॉ. केतन भारद्वाज और योजना के जिला सूचना प्रबंधक सोहन सिंह मौजूद रहे।
शिविरों में बन रहे हैं गोल्डन कार्ड
21 को पट्टी कल्याणा अहर, हरि सिंह कॉलोनी, 23 को नारायणा, सींक, खटीक बस्ती, 24 को चुलकाना, मतलौडा और राजीव कॉलोनी में कैंप लगेगा। 26 दिसंबर को बापौली, कवि और यूपीएचसी सेक्टर-12, 27 को उग्राखेड़ी, रेरकलां, 30 को खोतपुरा और 31 को उझा पीएचसी में शिविर लगेगा। आयुष्मान मित्र मौके पर ही गोल्डन कार्ड बनाएगा।