मुख्य गवाह चावला ने कहा- आसाराम को सजा से भूला गोलियों के जख्मों का दर्द
आसाराम के खिलाफ यौनशोषण के मामले के मुख्य गवाह दुष्कर्मी आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाए जाने से खुश हैं।
पानीपत [विजय गाहल्याण]। आसाराम के खिलाफ यौनशोषण के मामले में मुख्य गवाह सनौली खुर्द निवासी महेंद्र चावला जोधपुर कोर्ट द्वारा नाबालिग से दुष्कर्मी आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाए जाने से खुश हैं। महेंद्र चावला ने बताया कि न्यायपालिका पर उसे व पीडि़त परिवार को पूरा भरोसा था। उन्हें न्याय मिला है। उस पर आसाराम ने गोलियां चलवाई थीं, जिसके जख्म तो काफी समय पहले भर गए थे, लेकिन दर्द आसाराम को सजा सुनाने के बाद खत्म हुआ है।
चावला ने कहा कि उसकी व उसके परिवार की जान अभी भी खतरे में है। उसे मामा और उसके भाई को लगातार जान से मारने की धमकी मिल रही है। ये लोग उसकी हत्या भी कर सकते हैं। मगर फिर भी वह आसाराम के खिलाफ एक अन्य यौन शोषण मामले में अहमदाबाद कोर्ट में गवाही देगा। उसकी जान खतरे में है, इसलिए उसकी सुरक्षा में सीआरपीएफ लगाई जाए। उधर, चावला के घर और डाडोला गांव स्थित आसाराम के आश्रम के बाहर पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
नोट नहीं लिए तो मरवा दी गोली
महेंद्र चावला ने बताया कि वह आश्रम में आसाराम का राजदार हो गया था। उसने कुकृत्य का विरोध किया और गवाही देकर उसे सजा दिला दी। नाबालिग से यौन शोषण के मामले में उसकी गवाही फरवरी 2015 में होनी थी। इससे पहले उसके सामने नोटों से भरा सूटकेस पेश किया गया, लेकिन उसने मना कर दिया। आसाराम और उसके बेटे नारायण साईं के इशारे पर 13 मई 2015 को उस पर गोलियां चलवाई गईं।
नौली के थाना प्रभारी जितेंद्र आंतिल का कहना है कि चावला की सुरक्षा के लिए पांच पुलिसकर्मी लगा रखे हैं। पीसीआर व जिप्सी भी लगा दी गई है। वह फोन से भी चावला से 24 घंटे संपर्क में है। संदिग्ध लोगों को चावला के मकान की तरफ फटकने नहीं दिया जा रहा है।
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