पानीपत में टोल से हटाया लंगर नाका, फास्टैग चालू, धरना भी खत्म
हरियाणा के पानीपत में भी किसानों का धरना समाप्त करवा दिया गया है। दिल्ली उपद्रव के बाद से तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पुलिस प्रशासन पानीपत टोल प्लाजा पर पहुंचा। इसके बाद वहां चल रहे लंंगर को रुकवा दिया।
पानीपत, जेएनएन। पानीपत टोल प्लाजा पर धरना देकर बैठे किसानों को पुलिस ने उठवा दिया है। इसके साथ ही दिन-रात चल रहा यहां लंगर भी अब खत्म हो गया है। वहीं, फास्टैग चालू कर दिया गया है। टोल नाके को पूरी तरह से पुराने ढर्रे यानी टैक्स के साथ चालू किया जाएगा। प्रदेश सरकार ने एक दिन पहले ही बैठक करके सख्त कार्रवाई के संकेत दे दिए थ। हरियाणा में जगह-जगह जहां पर टोल नाकों पर धरना दिया जा रहा था, वहां पुलिस पहुंच गई थी।
बुधवार रात को ही पुलिस की काफी टीमें टाेल नाके पर पहुंचीं। कहा गया था कि वीरवार सुबह तक सभी अपना सामान उठवा लें। अगर ऐसा नहीं किया गया तो सख्त कार्रवाई की जा सकती है। पुलिस का ये रूख देखकर किसानों ने उठना ही बेहतर समझा। जहां पर लंगर चल रहा था, वहां से सामान उठा लिया गया है। टेंट के नाम पर केवल बांस खड़े हैं। इन्हें भी शाम तक या शुक्रवार तक उठवा लिया जाएगा।
कई जगहों से सेवा करने पहुंचे थे लोग
लंगर में सेवा करने के लिए कई जगहों से लोग पहुंचे थे। पानीपत शहर की कालोनियों से महिलाएं भी यहां खाना बनाने आती थी। लंगर में कभी खीर, कभी ब्रेड पकौड़े तो कभी कोई व्यंजन बनाया जाता था।
ट्रैक्टर परेड का फैसला गलत था
यहां मौजूद कुछ लोगों का कहना है कि ट्रैक्टर परेड निकालने का फैसला गलत था। लाल किले पर केसरिया झंडा फहराना नहीं चाहिए था। अगर गणतंत्र दिवस के दिन कुछ उपद्रवियों ने लालकिले तक हंगामा न किया होता तो किसान आंदोलन और मजबूत होता। अब ये आंदोलन कमजोर हो गया है। सिंघु बार्डर से भी हजारों किसान वापस लौट रहे हैं।