बदलता मौसम बिगाड़ रहा सेहत, वायरल-टायफाइड बुखार के मरीज बढ़े
कोरोना संक्रमण के साथ अब वायरल टायफाइड बुखार और निमोनिया के मरीज बढ़ने लगे हैं। सिविल अस्पताल की मेडिसिन ओपीडी में सोमवार को बुखार ग्रस्त 30 मरीज पहुंचे।
जागरण संवाददाता, पानीपत : कोरोना संक्रमण के साथ अब वायरल, टायफाइड बुखार और निमोनिया के मरीज बढ़ने लगे हैं। सिविल अस्पताल की मेडिसिन ओपीडी में सोमवार को बुखार ग्रस्त 30 मरीज पहुंचे। इनमें से 12 टायफाइड से पीड़ित रहे।
गंभीर दो मरीजों को इमरजेंसी वार्ड में रेफर किया गया। फिजिशियन कंसल्टेंट डा. जितेंद्र त्यागी ने बताया कि बदलता मौसम लोगों की सेहत बिगाड़ रहा है। दिन की तेज गर्मी में लोग ठंडा पानी, आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिक सेवन कर लेते हैं। रात्रि में कूलर-एसी चलाकर सोते हैं। रेफ्रिजरेटर में रखा भोजन खाते हैं। इससे जुकाम-खांसी और वायरल बुखार होता है। कई दिन तक बुखार रहने से निमोनिया की स्थिति बन जाती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगती है। वायरल संक्रमण एक से दूसरे व्यक्ति तक भी पहुंचता है, इसलिए बेहतर होगा कि मरीज से दूरी बनाकर रखें।
डा. त्यागी के मुताबिक टायफाइड का मुख्य कारण दूषित खानपान है। खासकर, दूषित जल का सेवन करने से टायफाइड बुखार होता है। स्वास्थ रहना है तो बचाव के उपाय करने जरूरी हैं। बुखार होने पर अनुभवी चिकित्सक से परामर्श लें, रक्त की जांच अवश्य कराएं।
वायरल बुखार के लक्षण :
-खांसी-जुकाम-तेज बुखार
-थकान, जोड़ो में दर्द
-मांसपेशियों या बदन में दर्द
-सिर और गले में दर्द
-दस्त लगना
-त्वचा पर लाल रेशे
-आंखें लाल होना टायफाइड बुखार के लक्षण :
-102 डिग्री सेल्सियस से अधिक बुखार।
-शरीर में अत्यधिक कमजोरी आना।
-पेट दर्द, सिर दर्द, भूख कम लगना।
-उल्टी लगना। गंभीर मरीज रेफर :
डा. त्यागी ने बताया बुखार पीड़ित कोरोना संक्रमित और मलेरिया पाजिटिव भी हो सकता है। लक्षणों के आधार पर मरीजों की रक्त या कोरोना जांच कराई जाती है। बुखार-खांसी-निमोनिया, तीनों साथ हैं तो कोरोना जांच अवश्यक है। सोमवार को भी दो मरीजों को इमरजेंसी में रेफर किया।