योग से खुद को ठीक किया, 40 हजार किमी यात्रा पर निकल पड़े
लाइफस्टाइल और खानपान बदलकर हर बीमारी को ठीक करने का संदेश लेकर 40 हजार किलोमीटर की पदयात्रा पर निकले गुजरात वड़ोदरा के योगेन शाह सोमवार को पानीपत पहुंचे। योगेन शाह ने बताया कि वह इंग्लैंड में नौकरी के दौरान रीढ़ की हड्डी के दर्द से ग्रस्ति हुए थे। इंग्लैंड और भारत में 12 वर्ष तक इलाज कराने के बाद चिकित्सकों ने उन्हें जीवनभर व्हील चेयर पर रहने की सलाह दी थी। चिकित्सकों के सुझाव के विपरीत अपनी दिनचर्या और खानपान बदलकर योगेन न केवल खुद के पैरों पर खड़े हुए बल्कि 40 हजार किलोमीटर की पैदल यात्रा से अब दुनिया को सादा जीवन उच्च विचार का संदेश दे रहे हैं। वह करीब 1500 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर चुके हैं।
जागरण संवाददाता, पानीपत : 40 हजार किलोमीटर की पदयात्रा पर निकले गुजरात, वड़ोदरा के योगेन शाह सोमवार को पानीपत पहुंचे। योगेन शाह ने बताया कि वह इंग्लैंड में नौकरी के दौरान रीढ़ की हड्डी के दर्द से ग्रस्त हुए थे। इंग्लैंड और भारत में 12 वर्ष तक इलाज कराने के बाद चिकित्सकों ने उन्हें जीवनभर व्हील चेयर पर रहने की सलाह दी थी। चिकित्सकों के सुझाव के विपरीत अपनी दिनचर्या और खानपान बदलकर न केवल खुद के पैरों पर खड़े हुए बल्कि 40 हजार किलोमीटर की पैदल यात्रा से अब दुनिया को सादा जीवन, उच्च विचार का संदेश दे रहे हैं। भारत के बाद दुनिया के दूसरे देशों की पैदल ही यात्रा करनी है।
वह करीब 1500 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर चुके हैं। योगेन ने बताया कि प्रतिदिन योग और व्यायाम के साथ वह बिना तला-भुना खाना खाते हैं। योग से ही उनकी बीमारी दूर हो गई। योगेन ने दावा किया कि दुनिया की किसी भी बीमारी का इलाज योग और खानपान बदलकर किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन में पदयात्रा के दौरान उन्हें गांवों में कोरोना न के बराबर मिला है। इसका कारण दिनचर्या और खानपान है। कोरोना अमीरों के गलत खानपान की बीमारी है, जिसे गरीबों को झेलना पड़ रहा है। पानीपत पहुंचने पर जेसीआइ पानीपत सेंट्रल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखपाल, पैटर्न मेंबर महावीर गोयल, अजय शर्मा और कुलभूषण नारंग ने उनका स्वागत किया।