केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की छापेमारी, डाई हाउस सील
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए एनसीआर में बिना पीएनजी के चलने वाले उद्योग सप्ताह में पांच दिन चलेंगे। दो दिन बंद रहेंगे। आठ घंटे तक ही उद्योग चल सकेंगे। पीएनजी गैस पर चलने वाले उद्योग ही 24 घंटे चल सकेंगे।
जागरण संवाददाता, पानीपत : सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए एनसीआर में बिना पीएनजी के चलने वाले उद्योग सप्ताह में पांच दिन चलेंगे। दो दिन बंद रहेंगे। आठ घंटे तक ही उद्योग चल सकेंगे। पीएनजी गैस पर चलने वाले उद्योग ही 24 घंटे चल सकेंगे।
शनिवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने पानीपत में उद्योगों में छापेमारी की। इस दौरान 15 उद्योगों का निरीक्षण किया गया। सेक्टर 29 पार्ट दो में टाइटल प्राडक्टस नामक डाइंग उद्योग चलता मिला। इस उद्योग को मौके पर ही केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने सील कर दिया।
टीम ने रीवेरा, आरके डाइंग, मित्तल इंटरनेशनल, गोल्डन टेक्सो, देवगीरी सहित सेक्टर 29 पार्ट दो, सेक्टर 25-29 सहित मछरौली, ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया में उद्योगों का निरीक्षण किया। टीम ने इन उद्योगों में जेनरेटर की लाग बुक की जांच की। ब्वायलर चेक किए गए। साथ ही उद्योगों के प्राडक्शन विग में जांच की गई। ये उद्योग बंद मिले। टीम को संदेह था कि उनके आने पर उद्योग बंद न किए हों। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम में स्टेट प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के स्थानीय अधिकारी भी शामिल रहे।
क्षेत्रीय अधिकारी स्टेट प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कमलजीत ने बताया कि कोयले से चलने वाले उद्योग सप्ताह में पांच दिन ही चलेंगे। शनिवार और रविवार को बंद रहेंगे। पांच दिन चलने वाले उद्योग भी एक ही शिफ्ट आठ घंटे चलाया जाएगा। नए आदेशों से लगा उद्योगों को धक्का
सप्ताह में पांच दिन उद्योग चलाने वह भी आठ घंटे चलाने के आदेश से उद्योगों को भारी संकट में डाल दिया है। पानीपत डायर्स एसोसिएशन के प्रधान भीम राणा ने बताया कि उनकी एसोसिएशन ने फैसला लिया है कि अगले सप्ताह सोमवार से सभी उद्योगों को बंद रखा जाएगा। दो घंटे में तो ब्वायलर गर्म होता है। ऐसे में आठ घंटे उद्योगों को चलाने से क्या फायदा होगा। निर्यात उद्योगों को धक्का
नए प्रविधान से टेक्सटाइल निर्यात उद्योगों को धक्का लगना तय है। डाइंग के बिना निर्यातकों का माल तैयार नहीं हो सकेगा। कंबल का सीजन चल रहा है। ऐसे में मिक, पोलर व 3 डी चादर के यूनिट बंद होने से कंबल उद्योगों को भी नुकसान उठाना पड़ेगा। वायु गुणवत्ता स्तर 100 अंक से नीचे
एनसीआर में वायु गुणवत्ता स्तर के सुधार के लिए कोयले से चलने वाले उद्योगों को पांच दिन आठ-आठ घंटे चलाने के आदेश जारी किए गए हैं। पानीपत एनसीआर में शामिल है। यह नियम यहां भी लागू है। पानीपत का वायु गुणवत्ता स्तर शनिवार को 100 अंक से भी कम रहा। देर शाम एयर क्वालिटी इंडेक्स 93 अंक दर्ज किया गया है, जो संतोषजनक श्रेणी में शामिल है। सीएम से मिलेंगे उद्यमी
पानीपत इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान सरदार प्रीतम सिंह ने बताया कि मामले को लेकर उद्यमी मंगलवार को सीएम मनोहर लाल से मिलकर यहां के उद्यमियों की समस्या रखेंगे।